सीएम सुक्खू के गृह जिला हमीरपुर में 104 आश्रित बनेंगे चाइल्ड ऑफ स्टेट, निशुल्क पढ़ाई के साथ हर माह मिलेगा 4000 जेब खर्च

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी गई है। इस योजना के तहत लाभार्थियों की पात्रता कैसे तय होगी और किस तरह से लाभ मिलेगा इस बाबत विस्तृत जानकारी जिला प्रशासन और संबंधित विभाग को प्रदेश सरकार की तरफ से जारी कर दी गई है। योजना के एक नहीं बल्कि अनेक फायदे हैं।   योजना के तहत सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला हमीरपुर में 104 निराश्रित बच्चों की पहचान की गई है। हर जिले में जिला प्रशासन और जिला बाल संरक्षण इकाई इस कार्य को कर रही है।  इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के उन बच्चों कवर किया जा रहा है जो कि अपने रिश्तेदारों पर आश्रित है।  इन बच्चों  को चाइल्ड ऑफ स्टेट घोषित किया गया है ।  हमीरपुर जिला में 104 बच्चे चाइल्ड ऑफ स्टेट बनेंगे। इन बच्चों को हर महीने जेब खर्च के लिए 4000 रुपए आफ्टर केयर के रूप में पढ़ाई के दौरान योजना के अंतर्गत दिये जाने का प्रावधान किया गया है।  इतना ही नहीं बच्चों की पढ़ाई का तमाम खर्च योजना के अंतर्गत उठाए जाएगा। हमीरपुर जिला में योजना के अंतर्गत उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए 8ए एक बच्चे ने हाउस ग्रांट के लिए भी आवेदन किया है। योजना के अंतर्गत मिले आवेदन को प्रदेश सरकार को जिला बाल संरक्षण इकाई हमीरपुर की तरफ से प्रपोजल भेजी गई है। प्रदेश सरकार की इस योजना के अंतर्गत ना सिर्फ निराश्रित बच्चों को पढ़ाई का खर्च और जेब खर्च दिया जाएगा बल्कि हाउस ग्रांट, मैरिज ग्रांट,भूमि हीन को 3 बिस्वा जमीन भी सरकार की तरफ से दी जाएगी।

126 को जिला में मिल रहा फोस्टर केयर और स्पॉन्सर से स्कीम का लाभ
केंद्र और प्रदेश सरकार की फोस्टर केयर और स्पॉन्सर स्कीम का हमीरपुर जिला में 126 लाभार्थियों को लाभ मिल रहा है। इस योजना के तहत पात्रता की उम्र 0 से 18 साल तय है। इस योजना के अंतर्गत भी लाभार्थियों को हर महीने सेविंग अकाउंट में ₹4000 और एफडी अकाउंट में ₹500 की राशि सरकार की तरफ से दी जाती है।

इस सम्दर्भ में जानकारी देते हुए जिला बाल संरक्षण अधिकारी तिलक राज आचार्य ने बताया कि चाइल्ड केयर इंस्टिट्यूशन सुजानपुर में वर्तमान में 10 बच्चे हैं। यहां पर बच्चों के रहने और खाने.पीने और पढ़ाई की बेहतर व्यवस्था सरकार उपलब्ध करवा रही है। इन बच्चों को मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के अंतर्गत एक्सपोजर विजिट की सुविधा दी जा रही है 1 साल में 15 दिन की यह सुविधा होगी जिसमें हवाई जहाज और वोल्वो बस के माध्यम से यह बच्चे देशभर में घूम सकेंगे। इतना ही नहीं इन बच्चों को देश के बड़े त्योहारों पर ₹500 दिया जाएगा। चाइल्ड केयर इंस्टिट्यूशन को भी इन त्योहारों को मनाने के लिए अतिरिक्त राशि योजना के अंतर्गत दी जा रही है जिन चाइल्ड केयर यूनिट में अधिकतम 50 बच्चे हैं वहां ₹10000 और 25 संख्या इंस्टिट्यूशन को ₹5000 राशि हर त्यौहार में दी जा रही है। इस योजना के अंतर्गत हर साल लाभार्थी बच्चों को कपड़ों के 6 सेट निशुल्क दिए जा रहे हैं। इसमें तीन नाइट ड्रेस दो ट्रैकसूट और इसके अलावा स्कूल की वर्दी इत्यादि शामिल है।

उन्होंने बताया कि शादी के लिए 2 लाख और घर बनाने को 3 लाख,भूमि हीन को जमीन भी
मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना सिर्फ जेब खर्च और शिक्षा के खर्च तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह योजना में 18 से 27 वर्ष  लाभार्थियों को मैरिज ग्रांट भी दी जाएगी। इसके अलावा घर बनाने के लिए तीन लाख की ग्रांट दी जाएगी। यदि किसी बच्चे के पास जमीन नहीं है तो सरकार की तरफ से 3 बिस्वा जमीन भी उपलब्ध करवाई जाएगी और घर के निर्माण के लिए ₹300000 दिया जाएगा।

[covid-data]