
हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस जिला हमीरपुर के प्रवक्ता एवं स्टेट बर काउंसिल हिमाचल प्रदेश के सदस्य रोहित शर्मा एडवोकेट ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा हिमाचल को एनडीआरएफ से जारी राशि की वाहवाही कर भाजपा नेता जिला स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक अपने मुंह मियां मिट्ठू बन रहे हैं और आम लोगों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं ।
लेकिन भाजपा नेताओं के द्वारा इस प्रकार की बयानबाजी से वे जनता में सिर्फ हंसी का पात्र बन रहे हैं। लेकिन केंद्र सरकार द्वारा हिमाचल को एनडीआरएफ से 633करोड़ रूपए की जो राशि जारी की गई है की वास्तविकता यह है कि यह ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।
प्रदेश से भाजपा के लोकसभा और राज्यसभा में जितने भी सांसद हैं उन्होंने प्रदेश में आई भारी बारिश की वजह से हुई तबाही का सही पक्ष केंद्र में न रखकर हिमाचल जनता के हितों के साथ खिलवाड़ किया है। घोर आपदा के समय जब पूरा हिमाचल एक साथ खड़ा था तब भी बीजेपी के नेताओं ने विधानसभा मानसून सत्र के दौरान सरकार के संकल्प का समर्थन न कर ये जता दिया था कि वह आम हिमाचली के साथ कोई सरोकार नहीं रखते हैं।
यहां तक की केंद्र की मोदी सरकार ने हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार द्वारा केंद्र सरकार को जो हिमाचल में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का सरकारी संकल्प पत्र था पारित करके भेजा था उससे भी भाजपा ने हाथ खींच लिए। वहीं दूसरी तरफ सुक्खू सरकार ने घोर आर्थिक संकट प्रदेश में होने के बावजूद फौरी 4500करोड़ रुपए का विशेष पैकेज राहत आपदा प्रभावितों के पुनर्वास के लिए जारी किया और विशेष राहत पैकेज के तहत मुआवजा राशि में 25 गुना तक की बढ़ोतरी की।
विशेष राहत पैकेज में क्षतिग्रस्त मकान के लिए मिलने वाली राशि 1,30,000 रुपए से बढ़कर 5 गुना बढ़कर लगभग 7 लाख रुपए कर दी और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कच्चे मकान के नुकसान के लिए राशि जो पहले 4000 रुपए थी 25 गुना बढ़कर ₹1,00,000 कर लोगों को फौरी राहत प्रदान की।आम लोगों के प्रति इसी संवेदनशीलता के लिए माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पूरे देश में आम हिमाचली का गौरव बनकर उभरे हैं।