हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- राज राजेश्वरी शिक्षा महाविद्यालय भोटा आजादी का अमृत महोत्सव जी-20 के उपलक्ष्य पर हाऊस वाइज रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में बीएड के प्रशिक्ष अध्यापकों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया और विभिन्न प्रकार की सुंदर रंगोलियां बनाई।
रंगोली भारत की सांस्कृतिक परंपराओं में सबसे प्राचीन लोक चित्र कला है। जिसमें प्रथम स्थान रानी लक्ष्मी वाई हाऊस व द्वितीय स्थान एपीजे अब्दुल कलाम ने प्राप्त किया। इस अवसर पर प्रशिक्षु अध्यापक, संपूर्ण स्टॉफ उपस्थित रहा। इस मौके पर राज राज राजेश्वरी शिक्षा सोसायटी के सचिव कुलबीर सिंह ठाकुर व कॉलेज प्राचार्य डा. राज कुमार धीमान ने विजेता प्रतिभागियों को बधाई दी व कहा कि यह एक लोक कला है और भारतीय संस्कृति को दर्शाती है। रंगोली का महत्व इसके पीछे छिपा
सकारात्मक भाव, हर्षपूर्ण उत्साह और उत्सव की प्रतिष्ठा का परिचायक है। यह मात्र त्यौहारों तक सीमित नहीं है, अपितु विभिन्न समारोह में इसे बनाया जाता है। इसके विभिन्न रंग देश की एकता और अखंडता को दर्शाते हैं।