
शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने एक ब्यान जारी करते हुए कहा है कि हिमाचल प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में रैगिंग के केस बढ़ते जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश सरकार को शिक्षण संस्थानों में पूर्णतः रोक लगानी चाहिए।
रैगिंग करने वाले प्रशिक्षुओं पर हो कड़ी कार्यवाही – अभाविप
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में हिमाचल प्रदेश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में रैगिंग के मामले सामने आए।श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक में भी वहां के सीनियर प्रशिक्षुओं के देर रात संलिप्त अवस्था में अपने जूनियर के कमरों में जाकर उनकी रैगिंग की। शिकायत के बाद प्रशासन ने रैगिंग में शामिल प्रशिक्षुओं को छ: माह के लिए निष्कासित व 25-25 हजार का जुर्माना किया ।
उन्होंने कहा कि उसके बाद आईआईटी मंडी में भी सीनियर्स द्वारा अपने जूनियरों की रैगिंग का मामला सामने आया था।आकाश नेगी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक शिक्षण संस्थान का खुशहाल ,पढ़ाई व शांतिपूर्ण माहौल हो , ताकि विद्यार्थी अपनी पढ़ाई करके अपने मां-बाप के सपने पूरे कर सके तथा इस प्रकार के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में ऐसी घटना शोभा नही और कही न कही ऐसी घटनाएं संस्थान का नाम भी खराब कर देती है ,हिमाचल प्रदेश सरकार भी हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक शिक्षण संस्थान में रैगिंग को खत्म करने के लिए सार्थक प्रयास करें । ताकि देव भूमि हिमाचल के सभी शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई व शांतिपूर्ण माहौल रहे,सरकार को इस ओर विशेष ध्यान देना चाहिए|