
हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- मुख्यमंत्री ने विधानसभा सत्र में प्रदेश में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का प्रस्ताव पास करवाया है, जोकि एक सराहनीय तथा काबिलेतारीफ कदम है। जिला कांग्रेस उनके इस प्रयास का स्वागत करती है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने अपनी नेक कमाई से 51 लाख रुपए की राशि आपदा राहत कोष में देकर साबित कर दिया कि वह जनता के सच्चे हितैषी हैं। यह बात जिला प्रवक्ता रोहित शर्मा ने प्रेस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू द्वारा राहत कोष में दी गई राशि से लाखों करोड़ों लोग प्रोत्साहित हुए हैं तथा उन्होंने भी आगे बढक़र आपदा राहत कोष में अंशदान दिया है।
महिला आरंक्षण के बिल पर प्रतिक्रिया देते हुए रोहित शर्मा ने कहा कि जब सोनिया गांधी यूपीए की चेयरपर्सन थी तभी इसे राज्यसभा में पहली बार पारित करवा दिया गया था। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश 2014 में जुमलों की सरकार काबिज हुई और अभी हम सत्ता में नहीं है। फिर भी अगर केंद्र सरकार ने इस कदम को उठाया है तो हम उसका स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार महिला आरक्षण के इस बिल को तुरंत प्रभाव से लागू करे, लेकिन उनके व्यवहार से नहीं लगता कि वे इसे जल्द लागू करने के पक्ष में हैं बल्कि इसको 2024 के लोकसभा चुनावों में जुमला बनाकर लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे हैं। क्योंकि अब वह संवैधानिक प्रक्रिया का हवाला दे रहे हैं तथा कह रहे हैं कि समय लगेगा। उन्होंने कहा कि नौ वर्ष सत्ता में रहे तब महिला आरक्षण बिल की याद नहीं आई जैसे ही लोकसभा चुनाव नजदीक आए तो महिला आरक्षण बिल की याद आई है।
उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल पारित करने का हम स्वागत करते हैं और मांग करते हैं कि इसे तुरंत प्रभाव से लागू किया जाए। सीटू के पदाधिकारियों द्वारा गांधी चौक से मुख्यमंत्री पर की गई टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि इसे ज्यादा तबज्जो नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कांग्रेस में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे तथा बेहतर कार्य किया। आज प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं तथा जनता हित में फैसले ले रहे हैं।