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शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- एचपीयू कैंपस में छात्र धरने के दौरान दो छात्र गुटों में झड़प हो गयी। एचपीयू परिसर में हुई छात्र गुटों में बहस तब शुरू हुई जब एसएफआई के छात्रों द्वारा मुख्यमंत्री सुखविंदर सुखू का पुतला फूंकने का विरोध एनएसयूआई के छात्रों द्वारा किया गया।
एनएसयूआई राज्य अध्यक्ष छत्तर ठाकुर ने कहा कि विवि परिसर के अंदर मुख्यमंत्री के लिए अभद्र भाषा में नारें मारने और मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने का जब एनएसयूआई के एक छात्र ने विरोध किया तो एसएफआई के प्रदर्शनकारियों ने पिंक-पेटल में ही उस पर हमला कर लिया।
सुरक्षा कर्मियों और पुलिस के बीच बचाव के चलते एनएसयूआई के छात्र जैसे तेज़ वहां से निकला लेकिन एसएफआई के छात्रों द्वारा उक्त एनएसयूआई के छात्र का पीछा कर वीसी कार्यालय के पास फिरसे उसे गाड़ी में घेर लिया और गाड़ी से बाहर खींचने का भी प्रयास किया। इस दौरान कुछ एसएफआई छात्रों ने गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की।
परिसर प्रभारी परवीन मिन्हास और परिसर अध्यक्ष योगेश यादव ने मांग की कि आए दिन विश्वविद्यालय में एसएफआई के गुंडातत्वो द्वारा धरनों के नाम पर परिसर की शांति भंग करने व शैक्षणिक माहौल को खराब करने की शाजिश को अंजाम दिया जाता है।
मिन्हास व यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि विवि प्रशासन सहित विवि सुरक्षा अधिकारी व पुलिस का रवैया हमेशा की तरह एक-तरफा है और दोषी छात्रों पर कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है। पीड़ित छात्र की ओर से विवि सुरक्षा अधिकारी को लिखित शिकायत भी सौंपी गई है।
एनएसयूआई के छात्रों ने मांग की है कि अगर दोषी छात्रों के खिलाफ कार्यवाही न कि गयी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।