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लोगों को नहीं मिल पा रहे हैं किराए पर चार्टर प्लेन,ये है वजह

नई दिल्‍ली. देश में चार्टर प्‍लेन (charter planes) की मांग में भारी इजाफा हुआ है. हालत यह हो गयी है कि चार्टर प्‍लेन किराए पर उपलब्‍ध करने वाली कंपनियां मांग को पूरा नहीं कर पा रही हैं. एविएशन (Aviation) एक्‍सपर्ट बताते हैं कि मांग को देखते हुए कंपनियां चार्टर प्‍लेन खरीदकर संख्‍या बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं, जिससे बाजार की मांग को पूरा किया जा सके. एविएशन इंडस्‍ट्री (aviation industry) के लिए बहुत अच्‍छा समय है.

देश में 100 के करीब कंपनियों के पास किराए पर देने के लिए चार्टर प्‍लेन हैं. कोरोना के बाद चार्टर प्‍लेन किराए पर देने की इंडस्‍ट्री में भारी उछाल आया है. चार्टर प्‍लेन की मांग प्री कोविड से ज्‍यादा हो गयी है. सारथी एविएशन के चेयरमैन गुलाब सिंह बताते हैं कि कोरोना से पहले से प्रति माह 40 से 50 घंटे चार्टर की उड़ान को बहुत अच्‍छा बिजनेस माना जाता था लेकिन अब 70 से 80 घंटे की उड़ान प्रति माह चार्टर कर रहे हैं. प्रति माह उड़ान को और बढ़ाया सकता है,कुछ कंपनियां अतिरिक्‍त पायलट और स्‍टाफ तैनात कर ऐसा कर रही हैं.

वो बताते हैं चार्टर प्‍लेन की मांग बढ़ने की वजह से कस्‍टरों को मना करना पड़ रहा है. मांग को देखते हुए कई कपंनियां चार्टर प्‍लेन की संख्‍या बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं. इतना ही नहीं ग्‍लोबल मार्केट र्चाटर प्‍लेन की कीमत में इजाफा हुआ है. गुलाब सिंह बताते हैं कि फ्यूल की कीमत बढ़ने की वजह से किराए में इजाफा हुआ है.

बिजनेस एयरक्रॉफ्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्‍यक्ष आरके बाली बताते हैं कि मांग बढ़ने के दो प्रमुख कारण हैं, पहला तो लोग कोरोना की वजह से पिछले ढाई साल से बाहर निकल नहीं पा रहे थे, अब जब कोरोना का असर कम हुआ है तो लोग परिवार के साथ चार्टर लेकर घूमने निकल रहे हैं. वहीं, बड़ी कंपनियां पहले मीटिंग के लिए अधिकारियों को बिजनेस क्‍लास से भेजतीं थीं लेकिन की वजह से वो भी चार्टर प्‍लेन किराए पर लेकर मीटिंग के लिए भेज रही हैं. इस वजह से चार्टर प्‍लेन की मांग अचानक से देश में बढ़ गयी हैं.

Tags: Aircraft operation, Civil aviation, Civil aviation sector, Ministry of civil aviation

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