हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के जिला नियंत्रक अरविंद शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार राशन कार्डधारकों को अनुदानित दामों पर दालें, खाद्य तेल, नमक और चीनी उपलब्ध करवा रही है। इस योजना के अंतर्गत सस्ती दरों पर विटामिन-ए और विटामिन-डी युक्त दो लीटर फोर्टीफाइड खाद्य तेल तथा डबल फोर्टीफाइड नमक वितरित किया जा रहा है।
उन्हांेने बताया कि डबल फोर्टीफाइड नमक आयोडीन और आयरन युक्त है, लेकिन जागरुकता के अभाव में कई लोग इसे उपयोग में नहीं ला रहे हैं। सरकार फोर्टीफाइड नमक का वितरण बहुत ही सस्ती दरों पर कर रही है। जिला नियंत्रक ने कहा कि डबल फोर्टीफाइड नमक का स्वास्थ्य पर बहुत अच्छा असर देखने को मिल रहा है। इसलिए, उपभोक्ताओं को इसका उपयोग करने से गुरेज नहीं करना चाहिए।
जिला नियंत्रक ने बताया कि राशनकार्ड धारकों को फोर्टीफाइड चावल भी दिए जा रहे हैं, लेकिन कई लोग इसे नकली चावल बताकर भ्रांतियां फैला रहे हैं। अरविंद शर्मा ने बताया कि विभाग द्वारा वितरित किए जा रहे चावलों में मिलावट नहीं बल्कि आयरन, विटामिन बी-12 और फोलिक एसिड का प्रिमिक्स है जिसको मिलाने का उदेश्य कुपोषण की समस्या का उन्मूलन करना है।
उन्होंने बताया कि 100 किलोग्राम चावलों में एक किलोग्राम फोर्टीफाइड प्रिमिक्स (आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी12) मिलाया जाता है तथा एक किलोग्राम चावलों को फोर्टीफाई करने में सरकार द्वारा 73 पैसे प्रति किलो का खर्च वहन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि विभाग राशन कार्डधारकों को वितरित किए जा रहे राशन की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए कृतसंकल्प है।
विभाग हर माह सभी खाद्यानों के सैंपल लेकर उनका विश्लेषण प्रयोगशाला में करवाता है।
जिला नियंत्रक ने विभागीय निरीक्षकों तथा उचित मूल्य की दुकानों के विक्रेताओं को निर्देश दिए कि वे उचित मूल्य की दुकानों पर आने वाले उपभोक्ताओं को राशन के फोर्टीफिकेशन के बारे में जानकारी दें, ताकि उपभोक्ताओं में व्याप्त भ्रांतियों को दूर किया जा सके।