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शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई के इकाई अध्यक्ष गौरव कुमार ने एक ब्यान जारी करते हुए कहा है कि अभी हाल ही में केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के अंतर्गत मीरू प्रोजेक्ट के तहत हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला को 100 करोड रुपए की ग्रांट प्रदान की है।
विश्वविद्यालय में नई बसें, सेंट्रल हिटिंग सिस्टम, डिजिटल लाइब्रेरी, पार्किंग, हास्टलों के रास्तों में कैमरे, लाइटें, फेंसिंग,नई लैब्स व लैब उपकरण, प्रत्येक विभाग के कक्षा भवन निर्माण पर खर्च करें केन्द्र की 100 करोड़ रुपए की ग्रांट – अभाविप
इकाई अध्यक्ष गौरव कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रदेश का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है। प्रदेश विश्वविद्यालय में कम साधनों के चलते विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या हर वर्ष कम होती जा रही है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में बहुत से विकास कार्य रुके हुए हैं। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में हॉस्टलों के अभाव के चलते विद्यार्थियों को दस -दस हजार के कमरे किराये पर लेकर रहना पड़ता है।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पार्किंग की सुविधा नहीं है। विश्वविद्यालय में बहुत से नए कोर्सेज तो शुरू कर दिए गए लेकिन उनको चलाने के लिए एक भी अध्ययन कक्ष नहीं है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई लगातार प्रशासन से मांग कर रही है की विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में सेंटर हीटिंग सिस्टम लगाया जाए। विद्यार्थियों के लिए नई बसें खरीदी जाए। विश्व विद्यालय में नए हॉस्टलों का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जाए। विश्वविद्यालय के हॉस्टलों में के रास्तों में कैमरे,स्ट्रीट लाइट, फेंसिंग जल्द से जल्द लगवाई जाए।
उन्होंने कहा कि जब भी विद्यार्थी परिषद इन सभी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखती थी तो प्रशासन हर बार एक ही बहाना लगाकर इन मांगों को पूरा करने से टाल देता था कि हमारे पास बजट नहीं है।
परंतु केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री उत्तर शिक्षा अभियान के अंतर्गत मेरू प्रोजेक्ट के तहत 100 करोड़ की ग्रांट मिलने इन सभी मांगों को बड़ी आसानी से पूरा किया जा सकता है। इस ग्रांट को विश्वविद्यालय प्रशासन शीघ्र अति शीघ्र विश्वविद्यालय के विकास कार्य में लगवाए अन्यथा विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ कड़ा आंदोलन करेगी।