अग्निवीर बनने के लिए 2268 ने हमीरपुर में दी भर्ती रैली की लिखित परीक्षा, 8 रहे अनुपस्थित

विवेक शर्मा हमीरपुर :- जिला मुख्यालय हमीरपुर से सटे अणु सिंथेटिक ट्रैक में रविवार को अग्निपथ भर्ती योजना के तहत लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया। कुल 2276 अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा के लिए कॉल लेटर भेजे गए थे जिनमें से 2268 ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया है जबकि 8 अभ्यर्थी अनुपस्थित पाए गए हैं।
परीक्षा से पूर्व सिंथेटिक ट्रैक के स्टेडियम में प्रवेश द्वार पर ही अभ्यर्थियों को बायोमेट्रिक जांच के बाद ही अभ्यर्थियों को एंट्री मिलेगी. लिखित परीक्षा 11:00 बजे शुरू हुई और 12:00 बजे तक चली।
आपको बता दें कि अग्निपथ योजना के तहत हमीरपुर, बिलासपुर और ऊना जिलों के उम्मीदवारों के लिए 29 अगस्त से 8 सितंबर तक सुजानपुर टीहरा में अग्निवीर भर्ती रैली आयोजित की गई थी। उन्होंने बताया कि भर्ती रैली में चयनित उम्मीदवारों के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा (लिखित) 16 अक्टूबर को अणु स्पोट्र्स स्टेडियम हमीरपुर में आयोजित होगी। करीब 22000 युवाओं ने ग्राउंड टेस्ट परीक्षा में भाग लिया था जिनमें से 2276 लिखित परीक्षा के लिए क्वालीफाई कर पाए हैं. सेना भर्ती कार्यालय हमीरपुर के निदेशक कर्नल संजीव त्यागी ने जानकारी देते हुए बताया कि कुल 8 अभ्यर्थी परीक्षा से अनुपस्थित पाए गए हैं जबकि 2268 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में हिस्सा लिया है। परीक्षा सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में पूरी पार्दर्शिता के साथ आयोजित की गई है। लिखित परीक्षा नियमों को सख्ती से लागू किया गया।

 

किसी के झांसे में आकर पैसा ना गवाएं
सेना भर्ती कार्यालय हमीरपुर की तरफ से लिखित परीक्षा में भाग लेने वाले सभी उम्मीदवारों से आग्रह किया है कि वे परीक्षा पास करवाने सम्बंधित दलालों के झांसे में न आएं। उन्होंने बताया कि कुछ दलाल कई उम्मीदवारों से इस वादे पर पैसा इक_ा करते हैं कि वह उन्हें टेस्ट क्लियर करवाएंगे और अगर कोई उम्मीदवार टेस्ट में पास नहीं होता है तो उसके पैसे वापस कर दिए जाएंगे। रैली समाप्त होने के बाद, दलाल सफल उम्मीदवारों के पैसे अपने पास रखते हैं और असफल उम्मीदवारों के पैसे वापस कर देते हैं। कुछ दलाल उम्मीदवारों के मूल दस्तावेज रखते हैं और फिर पैसे मांगते हैं इसलिए उन्होंने सभी उम्मीदवारों से आग्रह किया है कि किसी भी दलाल के झांसे में ना आकर वे अपनी मेहनत पर विश्वास करें और अपने माता-पिता की मेहनत की कमाई को दलालों पर बर्बाद न करें।

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