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विवेक शर्मा /हमीरपुर :- हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी गाँव-कोट (टिहरा) में हमारे पूज्य पूर्वजों द्वारा निर्मित लगभग 100 साल से भी ज्यादा पुराना कुआँ, जो हमारी समृद्ध, वैज्ञानिक व प्रकृति सहचर सोच को प्रदर्शित करता है। भौगोलिक विषम परिस्थितियाँ होने के बावजूद भी हमारे बुजुर्गों की कड़ी मेहनत, लगन व आत्म- विश्वास के फलस्वरूप ही ये संभव हो पाया है कि जहाँ भीषण गर्मी के मौसम में पीने के स्वच्छ पानी की इलाके में भारी कमी हो जाती थी।
लोग 3-4 किलो मीटर दूर से पानी लाने को मजबूर हो जाते थे, वहाँ उन्होंने अपनी दूरदर्शी सोच के चलते ऐसा कुआँ बनाने की सोची और उसे सफलतापूर्वक पूरा किया, जहाँ विषम परिस्थितियों में भी पीने के पानी की पूरे साल कोई कमी नहीं रही।
वर्तमान समय में तकनीकी के कारण साधनों और प्राकृतिक संसाधनों की सहज उपलब्धता होने से जीवन आसान बेशक हो गया है, लेकिन वो पुराना स्वाद, मिठास और प्राकृतिक गुणों की भारी कमी दिखाई देती है। आज जरूरत है हमारी इन समृद्ध धरोहरों को सहेजने, संभालने व सुरक्षित रखने की।