विवेकानंद वशिष्ठ/हमीरपुर :- प्रदेश के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा घोटाला जलशक्ति विभाग में हुआ है जो विभाग के ही मंत्री की सरपरस्ती में अंजाम दिया गया।इस घोटाले में करोड़ों रुपए का गड़बड़झाला हुआ है।यह आरोप लगाते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी धर्मपुर की लोकल कमेटी ने दावा किया है कि अगर प्रदेश सरकार इसकी गहनता से जांच कराए तो अब तक का सबसे बड़ा घोटाला जनता के सामने आ सकता है।
जलशक्ति विभाग में हुए गड़बड़झाले की जांच करे सुक्खू सरकार, महेंद्र सिंह के इशारे पर सरकारी मानदंडों को दरकिनार कर अंजाम दिया गया करोड़ों का पाइप व पम्प घोटाला-भूपेंद्र
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी धर्मपुर लोकल कमेटी ने हिमाचल प्रदेश में बनी नई सरकार के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री जिनके पास जलशक्ति विभाग भी है से मांग की है कि धर्मपुर डिवीजन में गत सरकार में रहे जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के नेतृत्व में जो पाईप घोटाला हुआ है उसकी उच्च स्तरीय जांच करवाई जाये।पार्टी के नेता व पूर्व ज़िला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने कहा कि भारत सरकार के जलजीवन मिशन के तहत हर घर को जल देने की योजना के तहत धर्मपुर मंडल में अरबों रुपये की पाईपें ख़रीदी गयी हैं लेक़िन वे निर्धारित मानदण्डों के अनुसार नहीं ली गई है और उन्हें बिछाने में जो टेंडर दिया गया था उसमें भी बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी हुई है।यही नहीं गांवों में इन पाइपों की सप्लाई में भी बंदरबांट हुई है और सभी पुरानी पाइपों को बदलने के नाम पर उन्हें निजी घरों में इस्तेमाल किया गया है।उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि सत्ताधारी पार्टी के लोगों ने तो इन पाइपों को अपने घरों में इस्तेमाल किया है और कईयों ने तो अपने घर भी इन्ही पाइपों ने बनाये हैं।नई सरकार को यह जांच करवानी चाहिए कि कितनी पुरानी पाइपें बदली गयी हैं और उनके बदले कितनी नई पाइप लाइनें डाली गई थी।उन्होंने यह भी मांग की है कि कांढा पत्तन से बरोटी मंडप तथा वर्तमान में संधोल से धाड़ता के लिए जो सिंचाई योजना के तहत पाइपें ख़रीदी गयी हैं वे घटिया किस्म की हैं जो पानी के प्रैशर से एकदम फट जाती हैं।सूत्रों की मानें तो यह पाइपें भविष्य के लिए भी एडवांस में ही ख़रीद ली गई हैं और ये ख़रीद किसी चहेती कंपनी से की गई है जिसकी भी जांच होनी चाहिये।काढापतन से टिहरा क्षेत्र के लिए नई पेयजलापूर्ति स्कीम के तहत पाइपें डाली गई हैं लेकिन जो पुरानी पाईप लाईन जिसके बारे में जलशक्ति मंत्री पूर्व कांग्रेस सरकार के समय भरस्टाचार के आरोप लगाते थे लेकिन मंत्री बनते ही वे ख़ामोश रहे और उसकी जांच करवाएं बिना नई पाईप लाईन उन्होंने डलवा दी उसकी भी जांच होनी चाहिये।सूत्रों से पता चला है कि उन्होंने प्रदेश में सभी पम्पों को बदलने का फ़ैसला लिया था और उसमें भी बड़े पैमाने पर कमीशन खाई है और ये पंप उन्होंने धर्मपुर के बजाये पूरे हिमाचल में बदलवाए हैं और बाज़ार भाव से कई गुणा अधिक दाम पर क्रय किये हैं।उन्होंने आशा व्यक्त की है कि वर्तमान नई सरकार इस प्रकार के भृष्टचार को उज़ागर करने और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने में कोई समझौता नहीं करेगी।