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हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष हेमराज बैरवा ने सभी प्रशासनिक और विभागीय अधिकारियों को आगामी मॉनसून सीजन के मद्देनजर ऐहतियात के तौर पर आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। सोमवार को यहां हमीर भवन में मॉनसून सीजन से संबंधित तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने ये निर्देश दिए।
उपायुक्त ने सभी एसडीएम, लोक निर्माण विभाग, जलशक्ति, राजस्व, कृषि, बागवानी, पुलिस, होमगार्ड और अन्य विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में बाढ़, भूस्खलन, जलभराव और अन्य प्राकृतिक आपदाओं की आशंका वाले स्थानों को चिह्नित करें तथा मॉनसून सीजन के दौरान ऐसे स्थानों के आस-पास मशीनरी एवं बचाव दलों को हमेशा तैयार रखें। उन्होंने कहा कि सडक़ों के आस-पास और शहरी निकाय क्षेत्रों में सभी नालियों एवं नालों की सफाई होनी चाहिए और अगर इनमें कहीं पर ब्लॉकेज है तो उसे तुरंत हटाया जाना चाहिए। सडक़ों और भवनों के आस-पास सूखे या खतरनाक पेड़ों को तुरंत हटाने के लिए भी संबंधित अधिकारी तेजी से कार्य करें।
उपायुक्त ने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों और एसडीएम को सभी आवश्यक मशीनरी, उपकरण और राहत सामग्री का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश भी दिए, ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति में बचाव एवं राहत कार्य तुरंत आरंभ किए जा सकें। हेमराज बैरवा ने कहा कि किसी भी तरह की आपदा की सूचना तुरंत जिला आपातकालीन ऑपरेशन सेंटर के दूरभाष नंबर पर या टॉल फ्री नंबर 1077 पर दी जानी चाहिए और संबंधित विभाग नुक्सान की विस्तृत रिपोर्ट भी इसी सेंटर को प्रेषित करें।
उपायुक्त ने कहा कि बरसात के मौसम में जल जनित रोगों के फैलने की आशंका भी बढ़ जाती है। इसलिए, जलशक्ति विभाग सभी पेयजल योजनाओं के जलस्रोतों की सफाई सुनिश्चित करे तथा आम लोगों को भी जागरुक करे। इसमें ग्राम पंचायतों का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि घरों, कार्यालयों और विभिन्न संस्थानों में पानी की टंकियों की नियमित सफाई के लिए भी लोगों को प्रेरित करना बहुत जरूरी है। उपायुक्त ने जलशक्ति विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पानी की सैंपलिंग एवं टेस्टिंग सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि बरसात में विभिन्न रोगों से बचाव एवं उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी फील्ड स्तर पर सभी आवश्यक दवाईयों का पर्याप्त स्टॉक रखें। सांप के काटने के मामलों में त्वरित उपचार के लिए भी हर पीएचसी में इसकी दवाई होनी चाहिए। उपायुक्त ने कहा कि किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने की तैयारी के लिए स्थानीय वालंटियर्स, आपदा मित्रों और पंचायत जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लें तथा उन्हें पहले से ही अलर्ट रखें।
बैठक में एडीसी जितेंद्र सांजटा ने विभिन्न प्रबंधों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस अवसर पर जिला के सभी उपमंडलों के एसडीएम और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।