हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- विद्यार्थियों को लैंगिक संवेदनशीलता, कॅरियर मार्गदर्शन और तनाव प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों से अवगत करवाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत विभिन्न शिक्षण संस्थानों में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इसी कड़ी में वीरवार को परमार्थ इंटरनेशनल स्कूल ककड़ियार और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लंबलू में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनकी अध्यक्षता टौणीदेवी की बाल विकास परियोजना अधिकारी सुकन्या कुमारी ने की।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लंबलू में ‘लैंगिक संवेदनशीलता एवं व्यवहार परिवर्तन’ विषय पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए सुकन्या कुमारी ने कहा कि किसी भी समाज एवं देश के विकास में महिला और पुरुष बराबर के भागीदार होते हैं। महिला और पुरुष में समानता के भाव के बगैर संपूर्ण विकास की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से आग्रह किया कि वे जीवन में समानता के भाव के साथ ही आगे बढ़ें। इस अवसर पर सुकन्या कुमारी ने विद्यार्थियों को कई विभागीय योजनाओं की जानकारी भी दी। मनोविज्ञानी शीतल वर्मा ने भी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।
उधर, कॅरियर मार्गदर्शन एवं तनाव प्रबंधन’ विषय पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बाल विकास परियोजना अधिकारी ने विद्यार्थियों को अपने खान-पान का भी विशेष ध्यान रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि किशोरावस्था किसी भी व्यक्ति के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण कालखंड होता है। यहीं से ही जीवन की दिशा तय होती है। उन्होंने बताया कि बच्चों और महिलाओं के सही पोषण के लिए देश भर में चलाए जा रहे पोषण अभियान के तहत सितंबर महीने को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य लोगों को पोषण के प्रति जागरुक करना है। इस अवसर पर शीतल वर्मा ने विद्यार्थियों को कॅरियर मार्गदर्शन एवं तनाव प्रबंधन के संबंध में कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं।