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हिंदी दिवस पर अधिकारी-कर्मचारी सम्मानित, कवियों ने भी सजाई महफिल

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :-   राजभाषा हिंदी दिवस के अवसर पर भाषा एवं संस्कृति विभाग ने वीरवार को डीआरडीए के हाॅल में जिला स्तरीय राजभाषा हिंदी सम्मान समारोह आयोजित किया। समारोह के दौरान हिंदी में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभागों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्मानित किया गया और एक कवि सम्मेलन भी आयोजित किया गया।

भाषा एवं संस्कृति विभाग ने मनाया जिला स्तरीय राजभाषा हिंदी सम्मान समारोह
इस अवसर पर जिला भाषा अधिकारी निक्कू राम ने सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, कवियों, साहित्यकारों तथा अन्य गणमान्य लोगों का स्वागत किया तथा हिंदी दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला।
वर्ष 2022-23 के दौरान हिंदी में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने के लिए जिला पंचायत अधिकारी कार्यालय को राजभाषा हिंदी सम्मान से सम्मानित किया गया। अधिकारी वर्ग में जिला राजस्व अधिकारी जसपाल सिंह को राजभाषा हिंदी सम्मान से सम्मानित किया गया। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग की कार्यालय अधीक्षक सीमा कुमारी और गृह रक्षा दसवीं वाहिनी के गृह रक्षक संजीव कुमार को भी राजभाषा हिंदी सम्मान प्रदान किया गया।


इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी ने कहा कि हिंदी को भारतीय संविधान में विशेष स्थान मिलना, यह इंगित करता है कि भारत में हिंदी भाषा का क्या महत्त्व है। उन्होंने कहा कि दैनिक व्यवहार में हिंदी के स्थान पर अब कई अन्य भाषाओं के शब्द प्रचलन में आ गए हैं जोकि चिंता का विषय है।
जिला पंचायत अधिकारी शशि बाला ने कहा कि जब उनकी पीढ़ी के लोग सरकारी सेवा में आए थे तो उन्हें अपने वरिष्ठ अधिकारियों से हिंदी में कार्य करने की प्रेरणा मिली और भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘प्रशासनिक शब्दावली’ से काफी सहयोग मिला। उन्होंने बताया कि जिला पंचायत अधिकारी कार्यालय में न्यायालय के मामलों के अलावा अन्य सभी पत्राचार एवं दैनिक कार्य हिंदी में ही किए जाते हैं।
कार्यक्रम के दौरान कवि दिलीप कुमार ने कुदरत का कहर, होशियार सिंह ने कई लड़ते चले गए, अजीत दीवान ने हिंद हिंदी हमारी जान, कार्तिक ने भाषाओं के उपवन को सींचती हमारी कालिंदी हिंदी, सुशील गौतम ने मैं कुछ लिखना चाहती हूं, शब्दों से दुनिया की सोच को बदलना चाहती हूं, राकेश ने जो कल थे वो आज नहीं, लाल चंद ठाकुर ने जिसने सब कुछ दिया और बदले में कुछ नहीं लिया, डा. पिंकी ने हिंदी हमारी पहचान, दिनाक्षी ने ऐ हिन्दी! सागर की लहरें तेरा गीत गाती, ऋतिक ने बहुत दिन बाद उठाई कलम, अशोक सोनी ने शिक्षा पर करो विचार, डाॅ ओ.पी. शर्मा ने हिंदी से है हिंदोस्तान आदि रचनाएं प्रस्तुत कीं। प्रसिद्ध गजलकार मुनीष तन्हा ने शायराना अंदाज में मंच संचालन करके खूब समां बांधा। हिंदी दिवस पर फल प्रसंस्करण से संबंधित अनीता ठाकुर और वरिष्ठ साहित्यकार दिलीप कुमार को भी सम्मानित किया गया।

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