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हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- वर्तमान कांग्रेस की सरकार को सत्ता में आए लगभग 10 महीने हुए हैं और लगभग 10 हजार करोड़ रू का कर्ज सरकार ले चुकी है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सचिव सुमीत शर्मा ने कहा कि विगत 10 महीने में प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने लगभग 1500 संस्थान इस नाम पर बंद कर दिए कि सरकार के पास इन संस्थानों को चलाने का पैसा नहीं है।
विगत 10 महीनों में हजारों सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से बाहर कर दिया, इस नाम पर कि उनके पास उन्हें देने के लिए तनख्वाह नहीं है। इसके विपरीत एक भी नया अस्पताल, स्कूल, काॅलेज का कार्यालय वर्तमान सरकार ने नहीं खोला, केवल इसलिए कि सरकार के पास पैसा नहीं है परन्तु इसी महीने सरकार 1000 करोड़ रू का कर्ज ले रही है और इससे पहले भी लगभग 9000 करोड़ रू का कर्ज ले चुकी है।
सवाल यह है कि विकास बंद है, संस्थान बंद है और कर्ज पर कर्ज लिया जा रहा है। अगर इस कर्ज लेने की गति का औसत लगाए तो 1000 करोड़ रू प्रतिमाह की औसत आ रही है। सुमीत ने कहा कि 5 साल में 60 महीने होते हैं और इस गति से यह कर्ज 60 हजार करोड़ रू होगा।
यह कर्ज लेने की गति तो बिना विकास कार्य के है और यदि कांग्रेस द्वारा गांरटियां पूरी करनी है तो कम से कम 50 हजार करोड़ रू ओर कर्ज चाहिए। इस प्रकार पूर्व सरकारों को जिसमें कांग्रेस पार्टी की सरकारें शामिल है, को कर्ज लेने के लिए कोसने वाली सुखविन्द्र सरकार उससे दोगुना कर्ज ले रही है अर्थात ‘‘औरों को नसीहत, खुद मियां फजीहत’’ की कहानी चरितार्थ कर रहे हैं।
सुमीत ने कहा कि आज वो फिर इसी बात को कहेंगे कि दूसरों पर दोषारोपण छोड़िए और जनता को दी गई गारंटियां पूरी कीजिए सुख्खू सरकार।