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हमीरपुर में राष्ट्रीय कृमि रोग मुक्ति दिवस का शुभारम्भ

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :-    बच्चों को आंत्र कृमि से मुक्ति दिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग हमीरपुर द्वारा आज राष्ट्रीय कृमि रोग मुक्ति दिवस   के अवसर पर बाल राजकीय व.मा. पा. हमीरपुर  से  इसका शुभारम्भ  किया गया l डॉ आर के अग्निहोत्री मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीरपुर ने  इस अवसर पर  पाठशाला के बच्चों   को
अल्बेनडाजोल  की दवाई खिलाकर इसकी शुरुआत की l

 

 

कृमि रोग मुक्ति दिवस के महत्व के बारे में जानकारी
देते हुए डॉ आर के अग्निहोत्री  ने बताया कि हमारे देश के बच्चों में कुपोषण एक गंभीर समस्या है और इस  और इस कुपोषण की एक मुख्य वजह बच्चों में आंत कृमि संक्रमण है l इस कृमि संक्रमण के चलते ये बच्चे कुपोषण के चक्कर से बाहर नहीं निकल पाते है तथा समय समय पर अनेक अन्य बिमारियों जैसे दस्त रोग, उल्टी,  आंत्रशोध, पीलिया टायफाइड, टी,बी. तथा त्वचा
सम्बन्धी रोगों से ग्रसित होते रहते हैं l

 

 

 

 

आंत कृमि का संक्रमण बच्चों में मिट्टी में खेलने व काम करने से, संक्रमित भोजन व् पेयजल के सेवन तथा
व्यक्तिगत एवम पर्यावरण स्वच्छता की कमी के कारण लगातार चलता रहता है l इसलिए 1- 19 वर्ष तक के बचों को साल में 2 बार  कृमि नाशक दवाई
अल्बेनडाजोल दी जाती है l एक से दो वर्ष के बच्चों को  200 मि. ग्राम यानि आधी गोली तथा 2 वर्ष से 19 तक के बच्चों को पूरी गोली यानि 400 मि. ग्राम एल्बेनडाजोल दी जाती है l

उन्होंने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत जिला भर के लगभग 1,35,759  बंच्चों को आज अल्बेडाजोल की दवाई  खिलाई जा रही है l सभी सरकारी, गैर सरकारी विद्यालों एवम आगंनवाडी केन्द्रों पर बच्चों को दवाई
खिलाने के प्रवंध किये गये हैं l जो इस आयु वर्ग के बच्चे विद्यालयों में पंजीकृत नहीं हैं उन्हें आगंनवाडी केंद्र  पर आगंनवाडी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, तथा आशा के संयुक्त सहयोग से दवाई खिलाने के प्रबंध किये गये हैं 1 जो बच्चे आज किसी कारणवश दवाई नहीं ले पाएंगे
उन्हें 5 दिसम्बर  के दिन विशेष मोप –अप राउंड में यह दवाई दी जायेगी l उन्होंने यह भी कहा कि इस मौके पर पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों को विटामिन ए की भी दवाई साथ- साथ में पिलाई जाएगी l

इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को स्वास्थ्य सम्बन्धी परामर्श देते हुए कहा कि वे जंक फ़ूड का पूरी तरह से परहेज करें घर का बना तजा खाना खाएं, स्थानीय मौसमी फल व् सब्जियों का अधिक सेवन करें, हाथों की सफाई तथा व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें, शोचालय का उपयोग करें, स्कूल में खिलाई जाने वाली प्रतिपूरक आयरन फोलिक एसिड की गोलियों का
नियमित रूप से सेवन करें।

उन्होंने यह भी कहा कि इन सब के चलते ही हम बच्चों को कृमि मुक्क्त करके अममिया को भी समाप्त कर सकते हैं और स्वत बच्चों से ही हम एक स्वस्थ भारत के सपने को साकार कर सकते हैं।

इस अवसर पर पाठशाला के प्रधानाचार्य विनय कुमार,जिला कार्यक्रम अधिकारी डा० अजय अत्री, जिला जन सूचना एवं सम्प्रेषण अधिकारी सुरेश शर्मा, स्वास्थ्य शिक्षक कमल मनकोटिया तथा सथानीय आशा वर्कर अंजू शर्मा मौजूद रहीं।

 

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