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गीता जयंती के उपलक्ष्य पर परिप्रेक्ष्य में श्रीमद्भगवद्गीता की प्रासंगिकता विषय पर जिला स्तरीय एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :-   राजकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय सुजानपुर में गीता जयंती के उपलक्ष्य पर शनिवार को वर्तमान परिप्रेक्ष्य में श्रीमद्भगवद्गीता की प्रासंगिकता विषय पर जिला स्तरीय एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन करवाया गया।

यह सेमिनार राजकीय महाविद्यालय सुजानपुर तथा भाषा एवं संस्कृति विभाग, जिला हमीरपुर के संयुक्त तत्वाधान में संपन्न हुआ।

इस कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ तदुपरांत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजायब सिंह बन्याल ने मुख्य अतिथियों का स्वागत करते हुए इस कार्यक्रम में पधारने हेतु उनका धन्यवाद किया और बच्चों को श्रीमद्भगवद्गीता के महत्व को बताते हुए व्यावहारिक रूप में उसे अपने जीवन में ढालने का अनुरोध किया।

इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जिला भाषा अधिकारी श्रीमान निक्कू राम जी उपस्थित रहे और मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. विवेक शर्मा, सहायक आचार्य,( केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला) रहे।यह कार्यक्रम संस्कृत विभाग के आचार्य प्रो. शशी शर्मा तथा संगीत विभाग की आचार्या डॉ. उमा के निर्देशन में हुआ ।

मुख्य अतिथि ने अपने भाषण में कहा की श्रीमद्भगवद्गीता मात्र कपड़े में बांधकर रखने वाला ग्रंथ नहीं है अपितु इसका निरंतर अध्ययन करना चाहिए जिससे हम जीवन के वास्तविक स्वरूप को समझ पाएंँ और कल्याण के अधिकारी बनें।

मुख्य वक्ता डॉ विवेक शर्मा जी ने बच्चों के समक्ष अपने विचार रखते हुए कहा की गीता देश में ही नहीं अपितु संपूर्ण संसार में एक महत्वपूर्ण पठनीय ग्रंथ है जिसके कारण देश-विदेश में इसका अत्यधिक प्रचार एवं प्रसार हो रहा है अतः हम सबको आजकल के परिप्रेक्ष्य में अपनी संस्कृति के साथ बंधे रहने की बहुत आवश्यकता है।

मुख्य वक्ता ने कहा कि आज युवा पीढ़ी को गीता जैसे पवित्र ग्रंथ को पढ़ने की महती आवश्यकता है जिससे वे चरित्र निर्माण ,कार्य कुशलता, ईमानदारी ,धैर्य ,साहस इत्यादि गुणों को अपने जीवन में उतार सकें और संतुलित एवं स्वच्छ राष्ट्र का निर्माण करें। इसके उपरांत बी.ए द्वितीय वर्ष की छात्रा अंशु कौशल ने गीता में जीवन प्रबंधन विषय पर अपनी पी.पी.टी. का प्रस्तुतीकरण किया तथा संजना ने गीता के ऊपर कविता का वाचन किया।

काशिश ठाकुर ने गीता सार कहते हुए इस कार्यक्रम का समापन किया और अंत में इस कार्यक्रम के संयोजक प्रो. शशी शर्मा ने इस कार्यक्रम में आए हुए समस्त गणमान्यों का ,वरिष्ठ आचार्य गणों का, सभी छात्रों एवं एन.एस.एस. यूनिट का इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए धन्यवाद किया।

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