हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- नौहंगी वार्ड में भाजपा की ओर से महिला मंडलों का महिला पहाड़ी संगीत प्रतियोगिता सांस्कृतिक प्रोग्राम राम लीला मैदान Rail में आयोजित किया गया । यह कार्यक्रम हमारे लोकप्रिय सांसद अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा लुप्त होती जा रही हिमाचली संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए तथा मातृ शक्ति को सम्मान देने एवम मंच प्रदान करने के लिए चलाया हुआ है।
ताकि प्रताभाशाली महिलाएं को इस मंच के माध्यम से मातृशक्ति को आगे बढ़ने का मौका मिल सके तथा अनुराग सिंह ठाकुर ने राम मन्दिर बनने के उपलक्ष्य में , राम मन्दिर का स्मृति चिन्ह भेंट स्वरूप सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार भेजा है । इस प्रतियोगिता के सांस्कृतिक कार्यक्रम में लगभग 35 महिला मंडल प्रतिभागी बने । जिसमे प्रथम स्थान बल डूहक पंचायत के महिला मण्डल विहाल को मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ ।
इस महिला मंडल टीम की अगुवाई प्रधान सुमन राणा कर रही थी। इस महिला मंडल ने जब अपनी भजन प्रस्तुति की तो पूरा पंडाल झूम उठा ।
इस प्रोग्राम का दूसरा ईनाम वूणी पंचायत के जांदली राजपुता के महिला मण्डल को मिला । इस प्रोग्राम के मुख्य अतिथि भूतपूर्व विधायक विजय अग्निहोत्री , भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष वंदना योगी , महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष शकुन्तला देवी , महामंत्री सबिता शर्मा , ओ बी सी प्रदेश उपाध्यक्ष नीलम चौधरी , वीना कटोच मंडल उपाध्यक्ष , बी डी सी संतोष कुमारी , सुमन धीमान , सुनीता कुमारी , मंडल ओ बी सी मोर्चा उपाध्यक्ष मति सुषमा कुमारी , राकेश ठाकुर जिला महा मंत्री , वरिंद्र पठानिया मंडल अध्यक्ष, महामंत्री अजमेल वर्मा सुरेन्द्र छिन्दा , आशीष डोगरा जिला परिषद सदस्य , सरवन सिंह ठाकुर सेक्टर प्रभारी , बलवंत सिंह प्रधान नोहंगी पंचायत , अरुण शर्मा उप प्रधान एवम् ग्राम केंद्र अध्यक्ष , बूथ अध्यक्ष सर्व सुरिंदर उप्पल। राजेश गिल , जीत सिंह परमार आदि मौजूद रहे । जब तीनों जज साहब ने कैप्टन साहिब , नीना जसवाल, वीना सिंह ने प्रतियोगिता का प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले महिला मंडल बिहाल का नाम घोषित किया तो पूरा पंडाल जय श्री राम , जय बल डू हक पंचायत का नाम लेकर पूरा पंडाल जय श्री राम के नारों से गूंज उठा ।
विजय अग्निहोत्री जी ने ईनाम बांटे और सभी प्रतिभागियों को अयोध्या मन्दिर के स्मृती चिन्ह भेंट किए , अन्त में वरिंदर पठानियां ने आए हुए मेहमानों का धन्यवाद किया और अनुराग ठाकुर का धन्यवाद किया कि ऐसे प्रोग्राम आगे भी जारी रहने चाहिए ताकि हिमाचली संस्कृति जिन्दा रहे ।