हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय सुजानपुर की ओर से वीरवार को ग्राम पंचायत रंगड़ में मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत एक जागरुकता शिविर आयोजित किया गया।
सीडीपीओ कार्यालय सुजानपुर ने ग्राम पंचायत रंगड़ में आयोजित किया जागरुकता शिविर
शिविर की अध्यक्षता करते हुए बाल विकास परियोजना अधिकारी कुलदीप सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना प्रदेश में निराश्रित एवं बेसहारा बच्चों और युवाओं का मजबूत सहारा बन रही है। यह योजना ऐसे बच्चों एवं युवाओं को समाज की मुख्य धारा से जोड़कर प्रगति के पथ पर अग्रसर होने का उचित, सम्मानजनक और न्यायसंगत अवसर प्रदान कर रही है।
सीडीपीओ ने कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना के माध्यम से प्रदेश सरकार बेसहारा बच्चों एवं युवाओं की अभिभावक बनकर कल्याणकारी राज्य की अवधारणा को मूर्त रूप प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में कई बार अनाथ बच्चे, विशेष रूप से सक्षम (दिव्यांग) बच्चे, बेसहारा और परित्यक्ता महिलाएं तथा निराश्रित बुजुर्ग कई बार उपेक्षा शिकार हो जाते हैं।
मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना ऐसे बेसहारा लोगों को सम्मानजनक और न्याय संगत जीवन निर्वाह की सुविधा प्रदान कर रही है।
सीडीपीओ ने बताया कि यह योजना बेसहारा बच्चों के लिए न केवल आईआईटी, आईआईएम, पीजीआई और एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थाओं ही नहीं, बल्कि विदेशी विश्वविद्यालयों और संस्थानों के भी द्वार खोलने की व्यवस्था करेगी। उनके लिए स्टार्टअप जैसी व्यवस्था के लिए वित्त पोषण की सुविधा के साथ-साथ विवाह अनुदान के रूप में 2 लाख और गृह निर्माण हेतु 3 बिस्वा भूमि के अतिरिक्त गृह अनुदान राशि के रूप में तीन लाख रुपए की सहायता राशि का प्रावधान भी इस योजना में है।
बेसहारा एवं दिव्यांग बच्चों, परित्यक्ता महिलाओं और बेसहारा बुजुर्गों को उच्च स्तरीय निवास व्यवस्था जिसमें वर्तमान में उपलब्ध बाल-बालिका आश्रमों, नारी सेवा सदनों, वृद्ध आश्रमों के सुदृढ़ीकरण की व्यवस्था के साथ-साथ उनके बहुआयामी विकास हेतु खेल एवं मनोरंजन के पूरे संसाधन जुटाए जाएंगे। सीडीपीओ ने लोगों से इस योजना का व्यापक प्रचार एवं प्रसार करने का अनुरोध किया ताकि सभी पात्र लोगों तक इसका लाभ पहुंच सके।
इस अवसर पर स्थानीय पंचायत समिति सदस्य प्रवीण कुमारी, वृत्त पर्यवेक्षक मंजुला कुमारी, विशाल कुमार चांगरा और कमलजीत सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे।