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जब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न हों”

ब्यूरो, हमीरपुर 

बशीर बद्र साहब का एक शेयर है, “दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे

जब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न हों”

ये तस्वीर बताती है कि राजनीति मे ना कोई सदैव मित्र है , ना कोई शत्रु, सब समय और परिस्थिति पर निर्भर करता है। बड्सर से तीन बार विधायक रहे, वरिष्ठ भाजपा नेता बलदेव शर्मा से उनके निवास स्थान पर भेंट करने पहुंचे कांग्रेस से भाजपा में गये दशकों से उनके प्रतिद्वंद्वी रहे और वर्तमान में भाजपा प्रत्याशी इंद्र दत्त लखनपाल।

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