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डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा को जीता के भेजो, मैं हमीरपुर विधानसभा की तस्वीर बदल दूंगा : मुख्यमंत्री

हमीरपुर, विशाल राणा 
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व निर्दलीय विधायक ंआशीष शर्मा के काले कारनामों के कारण हमीरपुर  का नाम इतिहास के पन्नों में लिखा जाएगा। यह इतिहास में पहली घटना है कि निर्दलीय विधायक इस्तीफा देकर विधायक का ही चुनाव दोबारा लड़ रहे हैं।  अशीषा शर्मा  बिके व्यापारी हैं, उन्होंने 14 महीने सारे काम करवाने के बावजूद कांग्रेस सरकार की पीठ में छुरा घोंपा है। पूर्व विधायक की नीयत में लालच है, इसलिए वह बिक गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले जुलाई से ही अशीर्ष शर्मा सरकार गिराने की कवायद में लगे थे। उनकों मैंने अपने पास बुलाकर समझाने की कोशिश भी की लेकिन वे दूसरों से मिल चुके थे। उनकों हमीरपुर का होने का वास्ता भी दिया गया फिर भी उन्होंने मेरी कोई बात नहीं सुनी। कमल ख़रीदककर चुनाव लड़ रहे पूर्व निर्दलीय विधायकों के साथ भाजपा के ईमानदार कार्यकर्ता नहीं हैं। वह बिके हुए विधायकों को भाजपा टिकट देने से निराश हैं।
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           मुख्यमंत्री ने ये बातें हमीरपुर  विधानसभा क्षेत्र के पांडवीं में कांग्रेस प्रत्यासी डाॅ पुष्पेंद्र वर्मा के  समर्थन में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहीं। ठाकुर सुखविंदर सिंह ने कहा कि राज्यसभा के चुनाव के दौरान छह कांग्रेस विधायकों ने भी पार्टी को धोखा देकर भाजपा उम्मीदवार को वोट दिया। वह भाजपा की राजनीतिक मंडी में बिक गए थे। राज्यसभा चुनाव के अगले दिन बजट पास होना था, लेकिन कांग्रेस के छह विधायक विधानसभा से गैरहाजिर रहे। उन्होंने भाजपा को अपना ईमान बेच दिया था। कांग्रेस विधायक व्हिप लागू होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिए गए, उसके बाद उपचुनाव हुआ जिसमें 6 में से 4 पूर्व विधायकों को जनता ने कड़ा सबक सिखाया और कांग्रेस को जीत दिलाई।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने बीते 5 साल जनता को धोखा दिया। जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री रहते सोए रहे और हमीरपुर अधीनस्थ चयन बोर्ड में पेपर बिकते गए। हमने सरकार बनने पर भ्रष्टाचार पर चोट की, भ्रष्टाचार के चोर दरवाजों को बंद करना शुरू किया। भ्रष्टाचार पर करारी चोट से छह कांग्रेस के और तीन निर्दलीय पूर्व विधायकों को भी इससे दिक्कत हुई। हमारी सरकार को गिराने की कोशिश की गई। जयराम ठाकुर और बिके हुए विधायकों ने पूरा जोर लगा लियाए लेकिन हमने 34 विधायकों के साथ मिलकर ऑपरेशन लोटस फेल कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आशीष शर्मा के इस्तीफा देने से हमीरपुर  का भाग्योदय हुआ है। पुष्पेंद्र वर्मा को जिताकर विधानसभा भेजिये इस विधानसभा क्षेत्र की सूरत बदल दी जाएगी। वर्मा  का बताया हर जायज काम होगा। 10 जुलाई को अपने की ताकत को बचाने के लिए मतदान करें। यह उप चुनाव भाजपा ने जनता पर थोपा, क्योंकि आपने निर्दलीय विधायक को 5 साल के लिए चुनकर भेजा था। उसने 14 महीने में ही इस्तीफ़ा क्यों दिया, क्योंकि ईमान बेचने के बाद उस पर इस्तीफा देने के लिए भाजपा का दबाव था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं तुष्टिकरण की नहीं, जनता की सेवा की राजनीति करता हूं। भाजपा कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि यह चुनाव कांग्रेस व भाजपा के बीच नहीं, बल्कि बिके हुए विधायक व कांग्रेस के बीच है इसलिए कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन करें। ंआशीष शर्मा तो अपने क्रशर की एनओसी के लिए आज भी लगे हैं, उन्हें जनहित से कोई लेनादेना नहीं है। ज्यादा पैसों वालों की जल्दी बुद्धि भ्रष्ट होती है, आशीष शर्मा इसके उदाहरण हैं।
कांग्रेस उम्मीदवार पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि जब हमीरपुर  की बात होती है तब सिर शर्म से झुक जाता है, क्योंकि यहां का विधायक भाजपा के हाथों बिका हुआ है। हमें इस दाग को धोकर यहां से कांग्रेस विधायक बनाना है। साढ़े तीन साल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है, हमें हमीरपुर  के विकास के लिए वोट देना होगा। काफी समय से यह होता आ रहा है कि सरकार कांग्रेस की है तो विधायक विपक्ष का या आजाद होता है, इस बार सुनहरी मौका है, जनता कांग्रेस का विधायक चुनकर भेजे, हमीरपुर  की तकदीर व तस्वीर बदल जाएगी। यह समय संभालने की जरूरत है, भाजपा धनबल का खेल खेलेगी, उससे पार पाते हुए जीत हासिल करनी है। लोकतंत्र को बचाने के लिए जनबल की जीत जरूरी है। पूर्व निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा ने हमीरपुर  का नाश कर दिया है। मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं कि घर.घर जाकर लोगों के काम करूंगा। इसलिए इस चुनाव में मेरा समर्थन करें। हमीरपुर  को बिकाऊ नहीं, टिकाऊ विधायक की जरूरत है। जनसभाओं के दौरान अनेक भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा। मुख्यमंत्री ने पटका पहनाकर भाजपा कार्यकर्ताओं को कांग्रेस पार्टी में शामिल कराया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री राजेश धर्मानी, विधायक सुरेश कुमार, कैप्टन रणजीत राणा और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
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