
विवेक शर्मा/ हमीरपुर
आज भी रोजाना की तरह डॉ पुष्पेंद्र वर्मा अपनी टीम के साथ एक गांव में अपना फ्री मेडिकल कैंप लगाने के लिए जा रहे थे। जब वह लंबलू बाजार के नजदीक पहुंचे तो वहां लंबलू शहर से लगते खनेऊ गांव का एक युवक अचेत अवस्था में पड़ा मिला। उस युवक सांसें उखड़ने लगीं थी, हार्ट बीट डिस्टर्ब थी और पल्स रुकी हुई थी। युवक के इर्द-गिर्द काफी भीड़ जमा थी इसलिए डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा ने अपनी गाड़ी रोक कर उस युवक की हालत का जायजा लेना उचित समझा। उन्होंने इस युवक का वहीं उपचार करना आरंभ कर दिया और काफी मशक्कत के बाद उस युवक को थोड़ा होश आया।
इसी दौरान डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा के टीम के सदस्य स्थानीय आयुर्वेदिक अस्पताल से स्टेचर ले आए और युवक को प्राथमिक उपचार के बाद, उसमे लेटाकर मेडिकल कॉलेज हमीरपुर भेज दिया। जहां उस युवक की हालत स्थिर बताई जा रही है। मरीज के परिजनों और स्थानीय जनता ने वहां डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा का धन्यवाद किया कि जिनकी वजह से उस युवक की जान बच गई । युवक के परिजनों ने कहा कि डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं। बिना किसी जान पहचान के वे मदद के लिए आगे आए।
सोशल मीडिया पर हो रही तारीफ:
आज दिन को हुई इस घटना की कुछ तस्वीरें स्थानीय निवासियों ने सोशल मीडिया पर शेयर कर दीं और सभी लोग डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा के इस कार्य की प्रशंशा कर रहें हैं। कई लोगों में डॉक्टर को देवदूत की संज्ञा दी तो कई उनको सच्चा समाजसेवक बता रहें हैं। समाज के हर वर्ग के लोग उनकी खुल के प्रशंशा सोशल मीडिया पर कर रहे हैं
जिला स्वास्थ्य कार्यक्रम अधिकारी हैं डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा
डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा जिला के जाने माने डॉक्टर हैं इसके साथ वो पिछले कई सालों से समाजसेवा के कार्य में भी लगे हुए हैं। वो लगभग 2000 से ज्यादा निशुल्क मेडिकल कैंप आम जनता के लिए लगा चुके हैं। इसके इलावा भी वो समाजिक कार्यकर्ता के तौर पर पूरे जिला में काफी प्रसिद्ध हैं। वो पूर्व उद्योग मंत्री रणजीत सिंह वर्मा के सुपुत्र हैं।