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हमीरपुर/ विवेक शर्मा
स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी कल्याण संघ हिमाचल प्रदेश ने प्रदेश सरकार द्वारा हर विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित किए जाने वाले अमृत महोत्सव समारोह के क्रियान्वयन की आलोचना की है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष पुरुषोत्तम कालिया ने यहां से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह कार्यक्रम सरकार के ना होकर के मात्र एक राजनीतिक दल के कार्यक्रम बन के रह गए हैं जहां पर छोटे सरकारी कर्मचारियों, जैसे आंगनवाड़ी वर्करों, आशा वर्करों और मनरेगा मजदूरों को टारगेट देकर उन कार्यक्रमों में लोगों को लाने को कहा जा रहा है और लोगों को लाने ले जाने के लिए सरकार धन का जमकर दुरुपयोग हो रहा है।
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उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों के आयोजन के लिए जितनी भी समितियां कमेटियां बनी हैं उन पर मात्र एक विचारधारा के लोगों को ही रखा गया है इन कार्यक्रमों में सरकारी मशीनरी का पूरा दुरुपयोग किया जा रहा है। और सबसे बड़ी बात यह है कि आजादी के अमृत महोत्सव में आजादी को दिलाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों को इन कार्यक्रमों में नहीं बुलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार अमृत महोत्सव के नाम पर मात्र अपना चुनावी प्रचार कर रही है। यदि सरकार की नीयत सही होती तो वो इन कार्यक्रमों में स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों को भी ससम्मान बुलाते। परशोतम कालिया ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा जो सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति का अनावरण किया गया है वह एक स्वागत योग्य कदम है संघ ने सरकार से मांग की है कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का नाम बदलकर सुभाष चंद्र बोस के नाम पर किया जाना चाहिए।