
विवेक शर्मा हमीरपुर :- पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए हमीरपुर में जारी क्रमिक अनशन को शुक्रवार को चार बजे के करीब तोड़ दिया गया है।
40 दिन से अनशन पर बैठे थे कर्मचारी आज आचार संहिता लगने के बाद निराश होकर घर लौट के हैं उन्हें उम्मीद थी कि सरकार उनकी बात सुनेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिस से हताश और निराश होकर आज कर्मचारियों को अपना अनशन तोड़ना पड़ा। चुनावी तारीखों के ऐलान के साथ ही प्रदेशभर में हड़ताल पर बैठे कर्मचारी ने क्रमिक अनशन को तोड़ दिया है। जिला मुख्यालय हमीरपुर में चार बजे के बाद कर्मचारियों ने अपने क्रमिक अनशन को खत्म किया। यहां पर कर्मचारी संघ के हमीरपुर और उना जिले के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। कर्मचारियों ने चुनावी तारीखों का ऐलान होने के चलते अनशन को संवैधानिक प्रक्रिया के तहत तोड़ा।
न्यू पेंशन स्कीम इंप्यलायज एसोसिएशन हमीरपुर के अध्यक्ष राकेश कुमार ने कहा कि प्रदेश के राजनीतिक दल जो भी उनकी मांग का समर्थन करेंगे उन्हें समर्थन दिया जाएगा। 44 दिनों तक उनकी हड़ताल के दौरान एक भी सरकार का नुमाइंदा उनसे बात करने के लिए नहीं आया। प्रदेश सरकार की तरफ से अंतिम बैठक पर उन्होंने कहा कि कैबिनेट बैठक तो प्रदेश में लगातार हुई लेकिन पीएम के दौरों से कर्मचारियों को उम्मीद थी। कर्मचारियों को उम्मीद थी कि यदि सीएम जयराम ठाकुर यह कहते हैं कि केंद्र सरकार के सहयोग के बिना पेंशन लागू नहीं होगी। सीएम के इस बयान के बाद पीएम के दौरों से कर्मचारियों को आस थी लेकिन यह आस भी धूमिल हुई। उन्होंने कहा कि किसी भी सत्तासीन नेता ने उनसे आंदोलन में पहुंच कर मुलाकात नहीं की। उन्होंने कहा कि कर्मचारी वर्ग पढ़ा लिखा है। यह वर्ग उसका साथ देगा जो ओपीएस बहाल करेगा।