विवेक शर्मा हमीरपुर :- सैनिक स्कूल सुजानपुर टीहरा का 45वां स्थापना दिवस एवं वार्षिक उत्सव बुधवार को मनाया गया, जिसमें जिला हमीरपुर की उपायुक्त देबश्वेता बनिक ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस अवसर पर सैनिक स्कूल की उपलब्धियों की सराहना करते हुए देबश्वेता बनिक ने कहा कि इस प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान ने देश की तीनों सेनाओं को सैकड़ों काबिल अफसर दिए हैं तथा इसने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई है। उपायुक्त ने कहा कि तीनों सेनाओं और अद्र्धसैनिक बलों के अलावा प्रशासनिक सेवाओं, मेडिकल, इंजीनियरिंग, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में भी सैनिक स्कूल के विद्यार्थियों ने ऊंचे मुकाम हासिल किए हैं।
उपायुक्त ने कहा कि सैनिक स्कूल में शैक्षणिक गतिविधियों के अलावा खेलकूद, एनसीसी, सांस्कृतिक और अन्य गतिविधियों पर भी विशेष बल दिया जाता है, जिससे यहां शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होता है तथा वे बेहतरीन अधिकारी एवं आदर्श नागरिक साबित होते हैं। इस अवसर पर उपायुक्त ने शैक्षणिक, खेलकूद और अन्य गतिविधियों में सराहनीय प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया।
इससे पहले प्रधानाचार्य कैप्टन (नौसेना) एमके महावर ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूल में अब लड़कियों का प्रवेश भी आरंभ हो चुका है। इससे लड़कियां भी अब स्कूल स्तर से ही तीनों सेनाओं में अधिकारी के रूप में शामिल होने के लिए प्रेरित होंगी।
विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए और हैरतअंगेज करतब भी दिखाए
समारोह में विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। उन्होंने फ्लैग शो, लेजियम डांस और पीटी के अलावा वॉल्टिंग हॉर्स पर हैरतअंगेज करतब भी दिखाए। समारोह के अंत में उप प्रधानाचार्य लेफ्टिनेंट कर्नल नितिन शर्मा ने मुख्य अतिथि और अन्य अतिथियों का धन्यवाद किया। समारोह में हमीरपुर के एडीसी जितेंद्र सांजटा, एसडीएम सुजानपुर डॉ. हरीश गज्जू, स्कूल के प्रशासनिक अधिकारी स्क्वाड्रन लीडर एलआर जोट, स्कूल की ओल्ड ब्वायज एसोसिएशन के पदाधिकारी, अन्य पूर्व छात्र और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।
इससे पहले सुबह स्कूल परिसर में पहुंचने पर उपायुक्त ने शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित करके शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। समारोह के बाद ओल्ड ब्वायज एसोसिएशन के पदाधिकारियों और अन्य पूर्व छात्रों ने स्कूल के अधिकारियों एवं शिक्षकों के साथ संवाद भी किया।