हमीरपुर में इंस्पायर मानक का अवार्ड प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने पेश किए अनूठे आइडिया, 22 का राज्य स्तर के लिए चयनित

विवेक शर्मा/हमीरपुर :- हमीरपुर जिला में बुधवार को जिला स्तरीय इंस्पायर मानक अवार्ड  प्रतियोगिता का समापन हुआ। जिला स्तरीय इंस्पायर मानक अवार्ड में ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर 3 जिलों के करीब 300 छात्र-छात्राएं हिस्सा लिया।   बुधवार को जिला मुख्यालय हमीरपुर में इस प्रतियोगिता का समापन हुआ जिसमें उच्च शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर बीडी शर्मा विशेष रूप से मौजूद रहे उन्होंने यहां पर विद्यार्थियों द्वारा पेश किए गए इनोवेटिव आइडिया और प्रोटोटाइप का अवलोकन भी किया।
जिला स्तरीय प्रतियोगिता में नन्हे नन्हे वैज्ञानिकों ने अनूठे मॉडल प्रस्तुत किए. इंस्पायर मानक अवार्ड में छठी कक्षा से दसवीं कक्षा के छात्र छात्राएं हिस्सा लिया। प्रत्येक स्कूल से 5 बच्चे अपना इन्नोवेट आइडिया ई-मास पोर्टल पर अपलोड करते हैं। उसके बाद बच्चों को इंस्पायर मानक अवार्ड की प्रतियोगिता में चयनित किया जाता है । इसका मुख्य उद्देश्य छोटे बच्चों से ही वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना है ताकि विज्ञान के प्रति उनकी जागरूकता बढे। इसी उद्देश्य से इंस्पायर मानक अवार्ड प्रतियोगिता को शुरू किया जाता है।
जिला विज्ञान पर्यवेक्षक सुधीर चंदेल ने बताया कि जिला स्तरीय इंस्पायर मानक अवार्ड में  3 जिलों के छात्र-छात्राएं हिस्सा ले रहे हैं जिसमें हमीरपुर जिला से 75, बिलासपुर से 63 और ऊना जिला से 65 छात्र-छात्राएं इस अवार्ड में हिस्सा ले लिया है। वही सुधीर चंदेल ने बताया कि प्रत्येक जिला से प्रतिभागी राज्य स्तरीय एग्जीबिशन में शामिल होंगे। राज्य स्तर पर पहुंचने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा 10- 10 हजार रुपये की राशि उपलब्ध करवा दी गई है ।  अगर किसी बच्चे का मॉडल नेशनल लेवल के लिए पहुंचता है। तो उसके मॉडल का सारा खर्चा शिक्षा विभाग वहन करेगा ।  उन्होंने कहा कि 22 छात्र और छात्राओं के इनोवेटिव आइडिया को राजस्थान के लिए चयनित किया गया है।
पर्यावरण संरक्षण से लेकर महामारी से बचाव के लिए पेश किए आईडिया
जिला स्तरीय इंस्पायर मानक अवार्ड प्रतियोगिता में नन्हे वैज्ञानिकों ने पर्यावरण संरक्षण से लेकर महामारी से बचाव के लिए भी अनूठे मॉडल तैयार किए हैं। छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान के लिए छोटे मगर बड़े अविष्कार भी इस प्रतियोगिता में बच्चों ने दर्शाए हैं।
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