तकनीक को समझने के लिए सबसे सरल भाषा संस्कृतः प्रो शशि धीमान

विवेकानंद वशिष्ट/हमीरपुर :-  तकनीक को समझने के लिए सबसे सरल भाषा संस्कृत है। पूरे विश्व ने संस्कृत को तकनीक की भाषा स्वीकार किया है। यह बात हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शशि कुमार धीमान ने “अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण केंद्र” के पाठ्य पुस्तक वितरण समारोह के दौरान कही। उन्होंने कहा कि केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय दिल्ली का यह सराहनीय प्रयास है, जो संस्कृत को आम लोगों तक पहुंचने के लिए इस प्रकार के शिक्षण केंद्रों को स्थापित कर रही है। उन्होंने संस्कृत शिक्षण केंद्र में पंजीकृत सभी अधिकारियों, प्राध्यापकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों से आग्रह किया है कि वह और लोगों को भी पंजीकरण करने के लिए प्रेरित करें।
तकनीकी विवि में स्थापित अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण केंद्र में अभी तक 65 अध्येताओं ने पंजीकरण करवाया है। अभी 15 दिसंबर तक ऑनलाइन पंजीकरण करने की प्रक्रिया जारी है।
जो उपरोक्त तिथि तक पंजीकरण करेंगे, उन्हें दूसरे चरण में पाठ्य पुस्तकें वितरित की जाएगी। इस मौके पर तकनीकी विवि के अधिष्ठाता शैक्षणिक डॉ जयदेव, शिक्षण केंद्र के प्राध्यापक संदीप कुमार भी उपस्थित रहे।
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