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HRTC परिचालक की करतूत; दिव्यांग ने बैठने के लिए मांगी सीट, परिचालक ने आधे रास्ते में धक्का देकर बस से उतारा

विवेकानंद वशिष्ठ/मंडी :- हिमाचल प्रदेश के करसोग में एचआरटीसी बस में सफर कर रहे दिव्यांग के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। करसोग से मंडी जा रही बस के चालक और परिचालक पर बीते बुधवार को मंडी के सखोवा के रहने वाले दिव्यांग खेमचंद को आधे रास्ते में धक्के मारकर बस से उतारने का आरोप लगा है।

 

दिव्यांग अपने भाई से मिलने रामपुर गया था। वहां से वापस घर जाने के लिए करसोग बस स्टैंड से एचआरटीसी बस एचपी 30 बी 6207 में सवार हुआ था। सवारियां अधिक होने की वजह से खेम चंद को सीट नहीं मिली। दिव्यांग बस में खड़ा होकर सफर करने पर मजबूर था। उसने सनारली के समीप परिचालक से सीट दिलवाने का आग्रह किया, लेकिन परिचालक ने सीट देने बजाय दिव्यांग को वर्कशॉप के नजदीक बस से धक्का देकर बाहर निकाल दिया।

प्रत्यक्षदर्शी वर्कशॉप के मालिक टेक चंद शर्मा ने बताया कि बस से निकालने पर दिव्यांग काफी घबराया हुआ था। इस बारे में जब चालक से बात करने का प्रयास किया तो वर्कशॉप मालिक पर भी रौब झाड़ दिया और दिव्यांग को रात के समय ठंड के मौसम में आधे रास्ते में छोड़कर बस को दौड़ा दिया। वर्कशॉप मालिक सहारा देकर दिव्यांग युवक को दिव्यांग संघ के प्रदेश अध्यक्ष दयवंत कुमार के पास ले गए। यहां रात को दिव्यांग के ठहरने की व्यवस्था की गई।

उधर, आरएम उमेश ठाकुर ने कहा कि दिव्यांग को बस से बाहर निकालने की शिकायत मिली है। इस पर चालक और परिचालक से तीन दिन में जवाब मांगा गया है। अगर दुर्व्यवहार का आरोप सही साबित होता है तो चालक और परिचालक के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि दिव्यांग को दूसरी बस में घर भेज दिया गया है।

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