
विवेकानंद वशिष्ठ/शिमला :- हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग में पेपर लीक मामला पूर्व भाजपा सरकार का स्यापा है। पूर्व सरकार के कार्यकाल में कई परीक्षाओं के पेपर लीक हुए थे। इसीलिए मैंने शपथ ग्रहण करने के बाद पुलिस अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया था।
यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रतियोगी परीक्षाएं आने पर पेपर खरीद गिरोह सक्रिय होते हैं, उस समय पुलिस को सक्रिय रहने के निर्देश दिया । उसका परिणाम है कि मौके पर पेपर लीक करने वाला गिरोह धरदबोचा गया।
वर्तमान सरकार व्यवस्था परिवर्तन के लिए है न कि सत्ता-सुख के लिए। उन्होंने कहा कि जेओए आइटी पेपर लीक मामले में गिरफ्तारी से प्रतीत होता है कि प्रदेश में परीक्षा घोटाला पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल से चला आ रहा है।
बिना बजट खोले थे तीन हजार करोड़ रुपये के 590 संस्थान
सीएम ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम छह माह के दौरान मतदाताओं को गुमराह करने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, राजस्व और अन्य संस्थान बिना बजट खोलने का निर्णय जल्दबाजी में लिया। इन सभी 590 संस्थानों को क्रियाशील बनाने के लिए करीब 3,000 करोड़ के बजट प्रविधान की आवश्यकता है। प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि राज्य के लोगों की मांग एवं व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए यह संस्थान खोले जाएं।
सीमेंट के दाम होंगे कम, विवाद हो हल निकालने का प्रयास
सीएम सुक्खू ने कहा कि सीमेंट के दामों को कम करवाया जाएगा। इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है। सरकार राज्य में सीमेंट प्लांट से संबंधित मुद्दे के प्रति गंभीर है। सीमेंट प्लांट बंद होने का पूरा मामला प्रबंधन और ट्रक आपरेटर यूनियन के बीच का है। इसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। इस मामले को हल करने के लिए उच्च स्तरीय कमेटी कार्य कर रही है। आने वाले दिनों में प्रदेश के लोगों को सीमेंट सस्ती दरों पर उपलब्ध करवाया जाएगा। बरमाणा और दाड़लाघाट में सीमेंट प्लांट बंद होने के संबंध में सोमवार को भी बैठक रखी गई है। सोलन के एसडीएम की अध्यक्षता में ट्रक आपरेटर यूनियन की बैठक होनी है। बरमाणा में भी बैठक होगी।
30 स्वास्थ्य संस्थान ऐसे खोले, जहां चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी नहीं
सीएम ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने 30 से अधिक ऐसे स्वास्थ्य संस्थान खोले, जिनमें चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी की भी नियुक्ति नहीं की गई थी। बड़ी संख्या में ऐसे संस्थान खोले गए, जो मात्र एक कर्मचारी द्वारा संचालित किए जा रहे थे। यह आश्चर्यजनक है कि पूर्व भाजपा सरकार द्वारा जो एसडीएम कार्यालय खोले गए, उनमें एसडीएम ही तैनात नहीं किए गए। इससे नए खुले कार्यालय लोगों के लिए निरर्थक साबित हो रहे थे, बल्कि पहले से मौजूद संस्थानों के कामकाज में भी बाधा उत्पन्न हुई।
डबल इंजन सरकार को नहीं मिली एक पैसे की भी सहायता
सुक्खू ने कहा कि आश्चर्य है कि राज्य 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक के भारी वित्तीय कर्ज तले दबा हुआ है। डबल इंजन सरकार होने का दावा करने वाली भाजपा सरकार को अपने कार्यकाल के दौरान केंद्र से एक पैसे की भी सहायता नहीं मिली।
आवश्यक हुआ तो फिर खोलेंगे संस्थान
ने कहा कि राज्य सरकार पूरे मामले को जनता के समक्ष कर जाएगी और उन्हें पूर्व भाजपा सरकार की भ्रामक योजनाओं से अवगत करवाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ऐसे सभी संस्थानों को बंद करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार द्वारा खोले गए सभी संस्थानों की समीक्षा की जाएगी। यदि आवश्यक पाया गया तो उचित बजट प्रविधान करके उन्हें फिर से खोला जाएगा।
देश के लिए दिया इंदिरा गांधी का बलिदान सदा याद रहेगा
मुख्यमंत्री सुक्खू ने दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी स्मृति संग्रहालय में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित सुक्खू ने कहा कि इंदिरा गांधी के देश की एकता व अखंडता के लिए दिए गए बलिदान को सदैव याद रखा जाएगा। हिमाचल को देश के मानचित्र पर राज्य के रूप में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ही स्थापित किया। मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर, विधायक अनिरुद्ध सिंह, कुलदीप सिंह पठानिया, रघुवीर सिंह बाली व चैतन्य शर्मा, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा इस दौरान उपस्थित थे।