शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार का कार्यकाल पूरी तरह से शुरू हो चुका है। रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अगुवाई में मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया जिसमें कुल 7 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई हुई है। राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के राज्यपाल ने सभी मंत्रियों को गोपनीयता की शपथ दिलाई हुई है। मंत्रिमंडल विस्तार में शिमला जिला का काफी दबदबा रहा है। आपको बता दें कि प्रदेश की राजधानी शिमला से तीन मंत्री बने हुए है। जबकि सर्वाधिक 15 सीटों वाले जिला कांगड़ा में केवल एक ही मंत्री बना हुआ है। आपको बता दें कि सबसे पहले जिला सोलन के 80 वर्षीय विधायक धनीराम शांडिल ने शपथ ग्रहण की हुई है उसके बाद ज्वाली के विधायक चंदर कुमार हर्षवर्धन चौहान किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी जुब्बल कोटखाई के विधायक रोहित ठाकुर कुस्मपट्टी के विधायक अनिरूद्ध सिंह और आखिर में शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली हुई है। शपथ समारोह के दौरान हर्षवर्धन और जगत सिंह ने अंग्रेजी जबकि अन्य नए मंत्री ने हिंदी में शपथ ली हुई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मंत्रिमंडल विस्तार में अनुभवी के साथ युवा चेहरा भी शामिल किए गए है। सुक्खू के मंत्रिमंडल में 80 वर्षीय धनीराम शांडिल सबसे उम्रदराज और 33 साल के विक्रमादित्य सिंह युवा मंत्री है ।
- धनीराम और सुंदर कुमार को छोड़कर अन्य पांच विधायक पहली बार मंत्री बने हुए है। आपको बता दें कि लंबे अरसे के बाद प्रदेश की जनता मंत्रिमंडल का विस्तार का इंजजार कर रही थी। जिसको लेकर रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अगुवाई में 7 मंत्रियों को शपथ ली हुई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मंत्रिमंडल में अधिकतम 10 मंत्री बनाए जा सकते है। इसी तरह अभी मंत्रियों के 3 पद खाली पड़े हुए है। मंत्रिमंडल विस्तार में शिमला संसदीय क्षेत्र के पांच मंत्री शामिल है जबकि कांगड़ा और मंडी संसदीय क्षेत्र से एक-एक मंत्री बना हुआ है हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से कोई भी मंत्री नहीं बनाया गया है।
- इसकी वजह है कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से है । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लंबे अरसे के बाद प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया है। 2 दिन पहले दिल्ली हाईकमान से बैठक के दौरान प्रदेश मंत्री की सूची सौंपी गई थी लेकिन देर शाम सभी के नाम फाइनल हुए है। जिसके बाद मुख्यमंत्री द्वारा देर शाम को राज्यपाल को मंत्रिमंडल के विस्तार की शपथ दिलवाने का आग्रह किया गया था और शनिवार को दिल्ली से शिमला लौटे हुए थे।