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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद महानगर इकाई द्वारा “राष्ट्रीय युवा दिवस” के उपलक्ष पर ” साँस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करवाया।

शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिमला महानगर इकाई द्वारा “राष्ट्रीय युवा दिवस” के उपलक्ष पर ” युवा-उत्साह नए भारत का ” एवं साँस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन गेयटी थिएटर शिमला में आयोजित करवाया।

इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पद्मश्री श्री विद्यानंद सरैक जी एवं विशिष्ट अतिथि प्रो. प्रदीप कुमार जी द्वारा किया गया।

प्रदेश मंत्री आकाश नेगी जी द्वारा मुख्य अतिथि जी का स्वागत किया गया एवं महानगर उपाध्यक्ष सुमित धोंटा जी द्वारा विशिष्ट अतिथि जी का स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत में शिमला महानगर सह मंत्री कमल ठाकुर जी ने स्वागत भाषण करके दी। इसके उपरांत कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रो. प्रदीप कुमार जी ने स्वामी विवेकानन्द जी के जीवन के महत्व के बारे में जानकारी दी।

मुख्य अतिथि पद्मश्री श्री विद्यानंद सरैक जी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमें स्वामी विवेकानंद जी द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने की जरूरत है। उनके बताए गए रास्ते पर चलकर ही हम अपने देश को विश्व गुरू बना सकेंगे स्वामी विवेकानंद वो व्यक्ति थे। जिन्होनें 25 साल की उम्र में ही घर-परिवार को छोड़कर सन्यास ले लिया था और दुनिया को अध्यात्म का महत्व समझाया था। धार्मिक विचारधारा रखने वाले स्वामी विवेकानंद जी के हर दिन के नियम में पूजा-पाठ को भी शामिल थी। स्वामी विवेकानंद ने पूरे देश में रामकृष्ण मठ की स्थापना की थी। वो एक ऐसे समाज की कल्पना करते थे, जिसमें धर्म या जाति के आधार पर मनुष्यों में कोई भेदभाव न रहे। उनके विचार ऐसे थे कि निराश व्यक्ति भी अगर उसे पढ़े तो उसे जीवन जीने का एक नया मकसद मिल जाता था ।

विशिष्ट अतिथि प्रो. प्रदीप कुमार जी ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद स्थापना काल से युवाओं को स्वामी विवेकानंद जी के विचारों पर चलना सिखाती आ रही है।12 जनवरी से लेकर 23 जनवरी तक स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर युवा पखवाड़ा का आयोजन हर वर्ष पूरे प्रदेश में करवाती है। आज के समय में जहां पर युवा नशे की चपेट में आते जा रहे हैं। वहीं पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जैसा एक छात्र संगठन जो समाज और देश के लिए हमेशा तत्पर है। जो युवाओं को नशे से दूर रख कर खेलों की ओर ले जाने का काम कर रहा है। जिससे युवा अपनी सारी ऊर्जा सही दिशा में लगा सके। उन्होंने विद्यार्थी परिषद के कार्य की सराहना की।


राष्ट्रीय कला मंच हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय संयोजिका गुंजन ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया की राष्ट्रीय कला मंच की स्थापना कला के विविध आयामों में रुचि रखने वाले कला प्रेमियों एवं कलाकारों के लिए की गई है। राष्ट्रीय कला मंच विभिन्न कला क्षेत्रों में रुचि रखने वाले प्रतिभावान कलाकारों को जैसे कि नृत्य, गायन,वादन बोलने की कला, चित्रकला आदि क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने हेतु मंच प्रदान करता है। युवाओं को अपनी कला का प्रदर्शन करने हेतु सही मंच प्रदान हो सके, इस उद्देश्य को लेकर स्वामी विवेकानंद जी जयंती जिसे हम राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाते हैं, के उपलक्ष्य में आरोहण नाम से कार्यक्रम का आयोजन शिमला में किया गया। जिसमें धोबी घाट क्षेत्र के छोटे छोटे बच्चों ने भी राष्ट्रीय कला मंच के माध्यम से गेयटी थियेटर में हिमाचली संस्कृति का प्रदर्शन कर इस कार्यक्रम को सफल बनाया।

 

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