शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ:- शोध समिति हिमाचल प्रदेश वि वि इकाई के द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य पर स्वामी विवेकानंद जीके शैक्षिक सांस्कृतिक एवं सामाजिक चिंतन की वर्तमान परिपेक्ष्य में सार्थकता विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यतिथि रामकृष्ण मिशन के सचिव स्वामी तनमहिमानंद व सीमा चंदेल जी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे|
विद्यार्थी परिषद विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से मना रहा युवा पकवाड़ा
उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी के बालक नरेंद्र से स्वामी विवेकानंद बनने तक की यात्रा शोधार्थियों के साथ साँझा की व किस प्रकार से उन्होंने विश्व पटल पर भारतीय तब हिंदुत्व का झंडा बुलंद किया,उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी नए उस समय भारत का पक्ष विश्व पटल पर मजबूती से रखा जब भारत को सपेरों व गडरियों का देश कहा जाता था
उन्होंने तमाम भ्रांतियों को तोड़ते हुए मजबूती से भारतीय संस्कृति को सबके सामने रखा | उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी की युवाओं को यही सीख थी कि हम शिक्षा के साथ-साथ चरित्र निर्माण पर भी ध्यान दें क्योंकि चरित्रवान युवा ही अच्छे राष्ट्र का पुनर्निर्माण कर सकता है उन्होंने कहा कि हमें स्वामी विवेकानंद जी के बताए मार्ग पर चलते हुए राष्ट्र के पुनर्निर्माण में अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी चाहिए |
इसी के साथ सेवार्थ विद्यार्थी हिमाचल प्रदेश वि वि इकाई के द्वारा हिमाचल प्रदेश वि वि में राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य पर संवेदना एक पहल नामक अभियान चलाया जो कि 18-19 जनवरी को पिंक पेटल पर चलेगा |
इस अभियान के अंतर्गत प्रदेश वि वि में पढ़ने वाले छात्रों के प्रयोग की हुई कापियों के खाली पन्ने जो उनके काम के नहीं हैं एकत्रित करके पुनः उनको जोड़ कर ऐसे छात्रों में बाँटा जायेगा जो खुद कापियाँ खरीदने में असमर्थ हैं | SFS इकाई सह संयोजक आशीष शर्मा ने बताया कि सेवार्थ विद्यार्थी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का एक गतिविधि है जोकि समय-समय पर समाज के अंतिम वर्ग तक पहुंचने का प्रयास करती रहती है पिछले कुछ समय से SFS द्वारा बहुत से सेवा कार्य समाज के बीच किए गए हैं जिनमें वस्त्र वितरण,कंबल वितरण राशन वितरण आदि कार्य शामिल हैं इसी कड़ी में सेवार्थ विद्यार्थी द्वारा संवेदना एक पहल अभियान लिया गया है उन्होंने विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले तमाम छात्र वर्ग से आग्रह किया कि यदि उनके पास भी खाली कॉपियों के ऐसे पृष्ठ है जो उनके काम के नहीं हैं वो उन्हें हमारे पास जमा करवा सकते हैं तथा हम उनका पुनः नवीनीकरण कर गरीब छात्रों तक पहुंचाने का काम करेंगे।