हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- महिला एवं बाल विकास से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों जैसे-पोषण, अनीमिया प्रबंधन, माहवारी प्रबंधन, सामुदायिक एवं व्यक्तिगत स्वच्छता, वित्तीय प्रबंधन और बाल वृद्धि एवं निगरानी इत्यादि के प्रति आम लोगों को जागरुक करने तथा इसे एक जन आंदोलन का रूप देने के लिए सुजानपुर खंड की विभिन्न ग्राम पंचायतों में जनसंवाद एवं मंथन कार्यक्रम बुधवार से आरंभ हो गए।
पहले दिन ग्राम पंचायत बनाल, डूहक और रंगड़ में पंचायत स्तरीय जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किए गए। ‘वो दिन’ एवं ‘सशक्त महिला योजना’ के अंतर्गत स्थापित महिला सशक्त केंद्रों के माध्यम से आयोजित इन जनसंवाद कार्यक्रमों में महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, आयुष विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, पंचायतीराज विभाग, कृषि विभाग, बागवानी विभाग, उद्योग विभाग और जल शक्ति विभाग की विभिन्न महिला परियोजनाओं की जानकारी एक ही मंच के माध्यम से प्रदान की गई।
इनके अलावा वित्तीय संस्थाओं के अधिकारियों ने वित्तीय प्रबंधन एवं सूक्ष्म वित्त पोषण और पुलिस अधिकारियों ने महिलाओं के विधिक अधिकारों की जानकारी दी। इस अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी कुलदीप सिंह चौहान ने कहा कि लैंगिक समानता एक बुनियादी मानव अधिकार है। इसके बिना विकसित एवं आदर्श समाज और मजबूत राष्ट्र की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। जनसंवाद कार्यक्रमों में बेटियों एवं महिलाओं के उत्थान के लिए उपयुक्त परिवेश की स्थापना के लिए लोगों को शपथ दिलाई गई तथा जनभावना की अभिव्यक्ति के लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया।