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हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शोध समिति 2023 – 2024 का हुआ गठन

शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- शोध समिति हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय नव कार्यकारिणी का गठन किया गया जिसमें विशेष रूप से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय संगठन मंत्री विशाल सकलानी जी उपस्थित रहे।

संयोजक: गौरव, सह संयोजक: सर्वेश, चित्रेश और सचिन लगवाल 

जिसमें उन्होंने चंद्र शेखर आजाद जी की पुण्यतिथि पर 2 मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित की ओर अपने वक्तव्य में शोधार्थियों से आवाह्न करा की जिस प्रकार से चंद्र शेखर आजाद में राष्ट्र का भाव था उसी तरह संगठन भी प्रत्येक युवक में राष्ट्रभक्ति प्रफुलित करने का काम पिछले 75 वर्षों से करता आ रहा है और संगठन के बारे में विस्तारपूर्वक बात रखी और बताया कि शोध भी विधार्थी परिषद का एक आयाम है जो की शोधार्थियों में काम करता है। शोध का पंजीकरण 2020 में हिमाचल प्रदेश में किया गया था। जो की आज लगभग देश की सभी विश्वविद्यालयों में शोधार्थियों के बीच काम कर रहा है, संगठन मंत्री के वक्तव्य के उपरांत नव कार्यकारिणी गठन किया गया जिसमें चुनाव अधिकारी के रूप में प्रान्त शोध समिति संयोजक ,अवनीश राणा जी उपस्थित रहे। शोध समिति हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय नवगठित कार्यकारिणी में गौरव को शोध समिति हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय संयोजक का दायित्व सौपा गया। गौरव जी द्वारा कहा गया कि शोध समिति हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शोधार्थियों की विभिन्न समस्याओं को प्रशासन के समक्ष रखता आया है और उन्होंने बताया कि शोध जमीनी स्तर पर उतर कर समाज के बीच काम कर रही है जिससे की शोध का लाभ समाज में हर वर्ग तक पहुंचे। ऐसे शोधार्थियों जो बिना छात्रवृति के शोध कर रहे हैं उन्हें सरकार द्वारा 3000 छात्रवृद्धि दिलवाने का काम भी शोध द्वारा करवाया गया है, आने वाले समय में भी शोधार्थियों की समस्याओं को प्रशासन व सरकार के समक्ष रखेंगे और शोधार्थियो के हित मे कार्य करेंगे । नवकार्यकारणी मे 34 शोधार्थियों को दायित्व दिए गए जिसमें गौरव को शोध समिति संयोजक और सर्वेश,  चित्रेश और सचिन लगवाल को शोध समिति सह संयोजक का दायित्व दिया गया।

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