9 करोड़ के फ्रॉड मामले में आरोपी की हाई कोर्ट से जमानत रद्द, जमानत रद्द होने के बाद पुलिस ने किया गिरफ्तार

विवेकानंद वशिष्ट/हमीरपुर  :- जरियाल फाइनेंस कंपनी द्वारा करोड़ों के फ्रॉड मामले में माननीय उच्च न्यायालय ने आरोपी की जमानत याचिका खारिज कर दी है। जमानत याचिका रद्द होने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया। हमीरपुर पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर सोमवार रात को हमीरपुर लेकर आई। मंगलवार के दिन आरोपी को न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है।
फाइनेंस कंपनी चलाकर एफडी के नाम पर किया है करोड़ों का फ्रॉड फ्रॉड में फंसे लोग पहुंचे आमिर को पुलिस थाना
कहा आरोपी से जल्द करवाई जाए रिकवरी
फाइनेंस कंपनी के नाम पर लगभग 9 करोड के फ्रॉड का मामला पुलिस में दर्ज है। आरोपी को गिरफ्तार करने के उपरांत मंगलवार के दिन पीड़ित भी गुहार लगाने के लिए पुलिस थाना हमीरपुर पहुंचे। लोगों ने पुलिस विभाग से मांग की है कि इनके करोड़ों रुपए की रिकवरी करवाई जाए। पुलिस अब मामले में आगामी कार्रवाई कर रही है।
बता दें कि दोसड़का में चल रही जरियाल मोटर फाइनेंस कंपनी में लोगों ने करोड़ों रुपए की इन्वेस्टमेंट कर रखी थी। एफडी के नाम पर करोड़ों की इन्वेस्टमेंट करने वाले लोगों को उस समय तगड़ा झटका लगा जब इस कंपनी का कार्यालय बंद हो गया। कंपनी के कार्यालय पर ताला लड़का देख लोगों ने मामला पुलिस में दर्ज करवा दिया। बाद में जब पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू की तो आरोपी ने माननीय न्यायालय की शरण ले ली। आरोपी फरवरी 2022 से जमानत पर चल रहा था।
करोड़ों के इस फ्रॉड में फंसे लोग अपनी गुहार लगाने के लिए माननीय उच्च न्यायालय की शरण में चले गए। बीते सोमवार को ही आरोपी की जमानत याचिका माननीय उच्च न्यायालय ने रद्द कर दी है। जमानती आज का रद्द होने के तुरंत बाद हमीरपुर पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस थाना हमीरपुर के प्रभारी संजीव गौतम ने बताया कि आरोपी की जमानत याचिका बीते सोमवार को ही रद्द हो गई। जमानत याचिका रद्द होने के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया है तथा इसे माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है आरोपी से पूछताछ कर पीड़ितों को न्याय दिलवाया जा सके।
पीड़ित विधि चंद सोनी ने बताया कि उन्होंने लाखों रुपए की एफडी एक फाइनेंस कंपनी ने करवाई थी। मामले में आरोपी ने कोर्ट से जमानत भी थी और वहां लगातार उन्हे पैसे की वापसी को लेकर गुमराह कर रहा था। उन्होंने कहा कि अभी तक पुलिस के रिकॉर्ड में यह फ्रॉड 9 करोड़ का दर्ज हुआ है जबकि फ्रॉड की राशि 15 करोड़ के लगभग है।
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