जो काम करने के लिए पहले जिम्मेदारी मांगे वो सही कार्यकर्ता नहीं: धूमल

हमीरपुर/विवेकानंद  वशिष्ठ  :-   जो काम करने के लिए पहले जिम्मेदारी मांगे वह सही कार्यकर्ता नहीं होता। रविवार को समीरपुर स्थित अपने निवास स्थान पर वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने संगठन में हुई नियुक्तियों के लिए धन्यवाद करने पहुंचे कार्यकर्ता व पदाधिकारीयों को संबोधित करते हुए यह बात कही।

 

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा की वर्षों से निष्काम भाव से पार्टी की सेवा जिम्मेदारी समझ कर कर रहे असंख्य कार्यकर्ताओं की वजह से पार्टी खड़ी है। विधायक सांसद चेयरमैन बनने से पार्टी तगड़ी नहीं होती बल्कि पार्टी तब मजबूती से खड़ी है जब वर्षों से निष्काम भाव से और सबसे ज्यादा काम करने वाले कार्यकर्ता पार्टी में हैं।

 

वर्षों से निष्काम भाव से बिना कुछ मांगे पार्टी का काम कर रहे कार्यकर्ताओं के दम पर टिकी है पार्टी

उन्होंने कहा कि पार्टी ने समाज के प्रत्येक वर्ग के साथ संपर्क करने के लिए अलग-अलग मोर्चे और प्रकोष्ठों का गठन किया है। मातृशक्ति बहुत बड़ी शक्ति है और मातृ शक्ति के आशीर्वाद से ही पार्टी सरकार संगठन सब कुछ चलता है इसलिए महिला मोर्चा का गठन किया गया है युवा शक्ति को संगठित करने के लिए और सुदृढ़ करने के लिए युवा मोर्चा का गठन हुआ। किसानों को केवल राजनीतिक तौर पर पार्टी से जोड़ने के लिए नहीं अपितु उनकी समस्या क्या है और उसका समाधान कैसे हो सकता है यह जानने के लिए किसान मोर्चे का गठन हुआ है।

 

वर्ग विशेष की समस्याओं को समझने और उनका समाधान करने हेतु संगठन ने विभिन्न मोर्चा प्रकोष्ठों का किया है गठन

अनुसूचित जाति वर्ग की 25 प्रतिशत आबादी प्रदेश में रहती है इसलिए अनुसूचित जाति मोर्चा का गठन किया गया। इसी तरह से जनजाति और अल्पसंख्यक मोर्चा बना। ओबीसी की तादाद प्रदेश में अच्छी खासी है इसलिए ओबीसी मोर्चे का गठन हुआ इस तरह कुल सात मोर्चों का गठन पार्टी ने किया है।

 

वर्ग विशेष की समस्या क्या है और उसका समाधान कैसे हो सकता है इस बात को ध्यान रखते हुए पार्टी ने अलग-अलग मोर्चों व प्रकोष्ठों का गठन किया है ताकि संबंधित वर्ग को यह लगे की पार्टी उसके बारे में सोचती है उसकी चिंता करती है और उसकी समस्या का समाधान करना चाहती है यह उद्देश्य इन सब मोर्चों प्रकोष्ठों के गठन में निमित्त है।

 

 

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवर्तन होते रहते हैं दायित्व बदलते रहते हैं। उन सभी जिम्मेदारियों को दायित्वों को पदों को और पोस्टों को बाद में पूर्व लग जाता है लेकिन पार्टी का कार्यकर्ता वह पद है जिसे कभी पूर्व नहीं लगता और ना ही वह भूतपूर्व होता है। अधिकतर गांवों में कस्बों में गली मोहल्लों में ऐसे असंख्य कार्यकर्ता होते हैं जिन्होंने कभी वार्ड पंच का चुनाव तक भी नहीं लड़ा होगा। उन्होंने पार्टी से कभी अपने लिए कुछ नहीं मांगा।

ना वार्ड पंच की टिकट मांगी ना विधायक की टिकट मांगी ना सांसद की टिकट मांगी और ना ही कभी चेयरमैन बनाने की मांग की, बल्कि वर्षों से वह लोग निष्काम भाव से पार्टी की सेवा में लगे हुए हैं वास्तव में पार्टी समाज में ऐसे कार्यकर्ताओं के दम पर खड़ी हुई है।

 

कई बार कोई कार्यकर्ता कहता है कि उसे जिम्मेदारी दो तो वह काम करना शुरू करेगा। लेकिन जो कार्यकर्ता होता है उसके ऊपर तो पहले ही जिम्मेदारी है उसको पार्टी का काम करना है। जो यह कहे कि उसकी जिम्मेदारी दो तब काम करेगा, वास्तव में वो कहना चाहता है कि उसको पोस्ट दो तब वह काम करेगा, ऐसा व्यक्ति सही मायने में पार्टी का कार्यकर्ता नहीं है।

 

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि निष्काम भाव से पार्टी की सेवा करने वाले कार्यकर्ताओं को पार्टी खुद मौका देती है। ऐसे कार्यकर्ताओं को पद देकर उनका कद नहीं बढ़ता बल्कि उनका दायित्व बढ़ता है और पार्टी का कार्य क्षेत्र बढ़ता है। वर्तमान में पार्टी ने ऐसे अनेकों कार्यकर्ताओं को दायित्व दिया है मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह लोग ऐसे ही निष्काम भाव से पार्टी की सेवा करते रहेंगे। सबको प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए और कहां कमी रही उसको ढूंढ कर उसे दूर करने का प्रयास करना चाहिए।

 

पिछली बार 300 से ज्यादा सीटें देश भर से जिताकर नरेंद्र भाई मोदी को प्रधानमंत्री बनाया था तो आओ इस बार 400 से ज्यादा सीटें जिताकर और प्रदेश की चारों सीटें भाजपा को जिताकर तीसरी बार नरेंद्र भाई मोदी को प्रधानमंत्री बनाने की दिशा में सब मिलकर काम करें।

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